गूगल इंडिया (Google India) ने अलग-अलग डिपॉर्टमेंट से 453 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। हिंदू बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, यह कार्रवाई गुरुवार देर रात (16 फरवरी) को की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल इंडिया के कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने इस जानकारी को मेल के जरिए भेजा है।
पिछले महीने, Google की पैरेंट कंपनी, अल्फाबेट इंक ने घोषणा की कि लागत में कटौती के उपाय के रूप में, कंपनी वैश्विक स्तर पर 12,000 कर्मचारियों, या इसके कुल कर्मचारियों का 6 प्रतिशत, को बर्खास्त करेगी।
हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि 453 लोगों की छंटनी में 12,000 नौकरी में कटौती भी शामिल है या नहीं।
अभी इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई है कि ग्लोब लेवल पर कितने कर्मचारियों पर इसका अलर पड़ेगा, या फिर अभी और भी छंटनी होगी या नहीं।
बता दें कि रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि मेल में अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई उन सभी फैसलों की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं, जिनके कारण कंपनी को छंटनी करनी पड़ी।
Google के सीईओ पिचाई ने भी कंपनी में छंटनी को लेकर कर्मचारियों को मेल किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह “उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं जो हमें यहां ले आए।”
बता दें टेक कंपनियां आर्थिक मंदी के कारण से लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं। बता दें कि ऐसे छंटनी करने वाली एकमात्र टेक कंपनी गूगल नहीं है। Amazon ने भी लगभग 18,000 लोगों को हटाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, फेसबुक यानी मेटा ने भी 13,000 एम्प्लोयीज को नौकरी से निकाल दिया।