ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किअर स्टार्मर ने गुरुवार को कहा कि ब्रिटेन नौकरियों का सृजन करने वाली, वृद्धि को दिशा देने वाली और उनके देश में सफल होने वाली भारतीय कंपनियों का स्वागत करेगा। साथ ही ब्रिटेन की कंपनियों को भारत में विस्तार और कारोबार के क्षेत्र में फलने-फूलने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन वित्त और फिनटेक में भारत का पसंदीदा भागीदार बनने का इच्छुक है।
स्टार्मर ने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में कहा, ‘ब्रिटेन अद्वितीय कनेक्टिविटी मुहैया कराता है और यह तकनीक के क्षेत्र में अमेरिका और चीन के बाद केवल लाख डॉलर की अर्थव्यवस्था है।’ उन्होंने बताया, ‘हम फिनटेक के नवाचार के लिए ब्रिटेन को बेहतर स्थान बना रहे हैं। इस क्रम में डिजिटल अर्थव्यवस्था, डेटा साझा करने और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) को अपना रहे हैं ताकि एआई सुपरपॉवर बन सके।’ उन्होंने कहा कि विश्व के शीर्ष कौशल को आकर्षित करने के लिए ब्रिटेन फॉस्ट ट्रैक ऑथराइजेशन, व्यवस्थित अनुपालन और नए वीजा रूट मुहैया करवा रहा है। इसके अलावा ब्रिटेन निवेश, वित्तीय सेवाओं के लिए नया ऑफिस भी बना रहा है।
स्टार्मर ने इंगित किया, ‘ब्रिटेन की रेवोलट जैसी कंपनियां भारत के बाजार में प्रवेश कर रही हैं और अपने संचालन का विस्तार कर रही हैं। हाल यह है कि भारत में ब्रिटेन के बैंकों का भी कारोबार बढ़ रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘ब्रिटेन की कंपनियां जैसे रेवोलट भारत में निवेश कर रही हैं और अपने कारोबार को बढ़ा रही हैं। वाइज ने हाल में नया डेबिट कार्ड जारी किया है। टाइड ने पूरे देश में ऑफिस खोल दिए हैं। एचएसबीसी इनोवेशन बैंकिंग हब लॉन्च कर रहा है और अपना विस्तार 20 नए शहरों में कर रहा है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने चेन्नई में नया वैश्विक बिजनेस सर्विसिज हब खोला है।’
स्टार्मर ने जुलाई में दो देशों के बीच व्यापार समझौते पर कहा कि ब्रिटेन-भारत समग्र आर्थिक व व्यापार समझौता दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए शानदार खबर है। ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन छोड़ने के बाद यह सबसे बड़ा समझौता है। यह भारत के साथ किया गया सबसे महत्त्वाकांक्षी व्यापार समझौता है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे सकल घरेलू उत्पाद में अरबों पाउंड और आपने यहां सैकड़ों अरब रुपये जोड़ेगा और इससे वेतन में अरबों में जुड़ेगा।’
स्टार्मर ने कहा, ‘ब्रिटेन और भारत नैचुरल पार्टनर हैं। हम दोनों ही फिनटेक के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी हैं। हमारे पास दुनिया के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े फिनटेक क्षेत्र हैं। हमारा व्यापार और सेवाएं बीते चार वर्षों में दोगुनी हो गई हैं। हमारे व्यापार समझौते ने इसे तेजी से आगे ले जाने का अवसर प्रदान किया है।’