पेंट क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार जेएसडब्ल्यू पेंट्स ने वित्त वर्ष 2026 तक अपना राजस्व 5,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान जताया है। कंपनी का मानना है कि उसका राजस्व वित्त वर्ष 2022 के 1,000 करोड़ रुपये से दोगुना बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 2,000 करोड़ रुपये हो जाएगा।
जेएसडब्ल्यू पेंट्स के मुख्य कार्याधिकारी सुंदरेशन ए एस ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी ने अगले तीन साल में 750-1,000 करोड़ रुपये के निवेश से एक और निर्माण इकाई लगाने की भी योजना बनाई है।
पेंट क्षेत्र में कंपनी का सफर आसान नहीं रहा है, क्योंकि उसे अपने डीलरों द्वारा एक साल के अंदर दुकानें बंद किए जाने की वजह से दबाव का सामना करना पड़ा। कंपनी ने अपनी एक प्रतिस्पर्धी की अनुचित व्यापार प्रणालियों के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन इसमें उसे सफलता नहीं मिली थी। कंपनी ने अब सीसीआई के आदेश को राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील पंचाट (एनसीएलएटी) में चुनौती दी है।
अपना डेकोरेटिव पेंट व्यवसाय शुरू करने के बाद जेएसडब्ल्यू ने वर्ष 2019 में नियामक को बताया था कि एशियन पेंट्स ने जेएसडब्ल्यू पेंट्स के साथ भागीदारी करने वाले डीलरों/वितरकों/रिटेलरों को निशाना बनाया था।
उसका कहना था कि एशियन पेंट्स ने डीलरों को जेएसडब्ल्यू के साथ कारोबार बंद करने का निर्देश दिया और इन डीलरों को आपूर्ति रोकने की धमकी दी थी। उसने डीलरों से अपनी दुकानों से जेएसडब्ल्यू पेंट्स के उत्पादों का प्रदर्शन रोकने को भी कहा था।