जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने देश के पश्चिमी तट पर स्थित जयगढ़ और धरमतार बंदरगाहों की क्षमता के विस्तार के लिए 2,359 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय को आज मंजूरी दे दी।
यह विस्तार साल 2030 तक या उससे पहले कंपनी की कुल कार्गो-हैंडलिंग क्षमता को बढ़ाकर सालाना 40 करोड़ टन करने की उसकी विकास रणनीति का हिस्सा है। वर्तमान में यह क्षमता सालाना 17 करोड़ टन है।
संबंधित सहायक कंपनियों के निदेशक मंडल ने सालाना 3.6 करोड़ टन (जयगढ़ में 1.5 करोड़ टन और धरमतार में 2.1 करोड़ टन) की कुल क्षमता विस्तार योजना को मंजूरी दी है।
इस विस्तार से जयगढ़ बंदरगाह की कुल क्षमता बढ़कर सालाना सात करोड़ टन हो जाएगी। वर्तमान में, महाराष्ट्र और गोवा के बीच स्थित गहरे पानी वाले इस समुद्री बंदरगाह में सालाना 5.5 करोड़ टन की कार्गो हैंडलिंग क्षमता है। दूसरी तरफ महाराष्ट्र के डोलवी में स्थित धरमतार बंदरगाह की मौजूदा क्षमता सालाना 3.4 करोड़ टन से बढ़कर 5.5 करोड़ टन हो जाएगी।
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कंपनी के बयान के अनुसार पूंजीगत व्यय की योजना में नए बर्थ के लिए मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल कार्य तथा थर्ड पार्टी कार्गो की आवाजाही को बढ़ावा देने के लिए जयगढ़ बंदरगाह के लिए रेलवे साइड जैसा अतिरिक्त बुनियादी ढांचा शामिल है।
इन दोनों बंदरगाहों के विस्तार से लगभग 2.7 करोड़ टन प्रति वर्ष का अतिरिक्त कार्गो हैंडलिंग कारोबार मिलने का अनुमान है। दोनों बंदरगाहों पर इस विस्तार के दौरान निर्माण मार्च 2027 तक पूरा होने के आसार हैं।