अमेरिका और यूरोप जैसे बाजारों में व्यापक आर्थिक हालात की अनिश्चितता भारतीय आईटी सेवा उद्योग के विकास को प्रभावित करती रहेगी। आज जारी इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार उद्योग को वित्त वर्ष 24 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान दो प्रतिशत से हल्की राजस्व वृद्धि देखने को मिलेगी लेकिन वित्त वर्ष 25 में वृद्धि दर तीन से पांच प्रतिशत के औसत स्तर पर रहेगी। यह लगातार दूसरा ऐसा साल है जब इक्रा ने आईटी क्षेत्र में तीन से पांच प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है।
इक्रा के सहायक उपाध्यक्ष और क्षेत्र प्रमुख दीपक जोतवाणी ने कहा, ‘इक्रा को लगता है कि अमेरिका और यूरोप के प्रमुख बाजारों में जारी व्यापक आर्थिक हालात की प्रतिकूल स्थिति के मद्देनजर, जिसके परिणामस्वरूप कंपनियां गैर-जरूरी आईटी खर्च कम करेंगी, वित्त वर्ष 25 में राजस्व वृद्धि (जिन कंपनियों का उसने विश्लेषण किया है) लगातार दूसरे साल तकरीबन तीन से पांच प्रतिशत के नरम स्तर पर रहेगी।’
एजेंसी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 25 में इस क्षेत्र का परिचालन लाभ मार्जिन लगभग 21 से 22 प्रतिशत के स्तर पर अच्छा रहेगा। हालांकि इक्रा को उम्मीद है कि व्यापक आर्थिक हालात की प्रतिकूल परिस्थितियां नरम पड़ने के बाद वृद्धि की रफ्तार में तेजी आ सकती है।
जोतवाणी ने कहा कि हालांकि इसका प्रभाव उद्योग द्वारा सेवा प्रदान किए जाने सभी प्रमुख क्षेत्रों पर व्यापक रूप से पड़ा है लेकिन बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (बीएफएसआई) तथा दूरसंचार क्षेत्रों में अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक गिरावट आई है।