केरल के आईटी क्षेत्र में नया अध्याय जोड़ते हुए कोच्चि का इन्फोपार्क अपने विकास के तीसरे चरण में एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना शुरू करने जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य एक विश्वस्तरीय ‘इंटिग्रेटेड एआई टाउनशिप’ तैयार करना है।
इस परियोजना का उद्देश्य दुनिया की प्रमुख टेक कंपनियों और उनके वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) को आकर्षित करना है। उम्मीद है कि इससे लगभग 25,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा और करीब दो लाख प्रत्यक्ष और इससे दोगुनी संख्या में अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे।
इन्फोपार्क और ग्रेटर कोचीन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीसीडीए) ने सोमवार को राज्य की राजधानी में मुख्यमंत्री पी विजयन की उपस्थिति में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इन्फोपार्क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुशांत कुरंथिल ने कहा कि जीसीडीए और इन्फोपार्क द्वारा संयुक्त रूप से क्रियान्वित की जाने वाली यह परियोजना केरल के विकास की यात्रा को नई रफ्तार देगी और राज्य को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में तब्दील करेगी।
इर्नाकुलम जिले के हाईटेक इलाके में 300 एकड़ से ज्यादा जमीन पर फैली इस परियोजना को लैंड-पूलिंग मॉडल के जरिये लागू किया जाएगा, जिससे भविष्य की परियोजनाओं के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध कराने की समस्या का समाधान होगा।
समझौते के तहत, जीसीडीए को लैंड-पूलिंग के माध्यम से इन्फोपार्क फेज 3 के लिए जरूरी जमीन चुनने की जिम्मेदारी दी गई है। इन्फोपार्क इस जगह को हाईटेक कंपनियों के लिए एक इंटिग्रेटेड एआई टाउनशिप और एक टिकाऊ आवासीय क्षेत्र में बदलने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगा।
फाइनैंस और कानूनी नियमों के अनुपालन में विशेषज्ञता वाली फर्म लेक्सफिन्स 360 कॉर्पोरेट सर्विसेज एलएलपी के पार्टनर जीवीएन वर्गीस ने कहा, ‘अन्य राज्यों की तुलना में कम परिचालन लागत, कम मांग वाले योग्य युवा और अपेक्षाकृत सस्ती रियल एस्टेट, केरल को जीसीसी डेस्टिनेशन के लिए एक बेहतर विकल्प बनाते हैं।’
कोच्चि के तेजी से हो रहे विकास और मौजूदा इन्फोपार्क परिसरों में उपलब्ध सीमित जगह को ध्यान में रखते हुए, फेज 3 प्रोजेक्ट को सिर्फ एक आईटी पार्क के बजाय, ‘इंटीग्रेटेड एआई टाउनशिप’ की वैश्विक अवधारणा पर आधारित एक टेक्नोलॉजी हब के रूप में तैयार किया गया है।