भारत के ऑफलाइन स्मार्टफोन खुदरा बाजार में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2022 की पहली छमाही में मूल्य में 44 फीसदी की वृद्धि हुई है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
बाजार शोध फर्म जीएफके के ‘कंज्यूमर लाइफ स्टडी 2022’ के मुताबिक पिछले पांच सालों में 20,000 रुपये से ज्यादा कीमत वाले स्मार्टफोन की ऑफलाइन बिक्री दो गुना से ज्यादा बढ़ गई है। शहरी भारत में कम से कम 64 फीसदी युवाओं ने इस साल अपने गैजेट्स को नवीनतम मॉडलों से अपग्रेड किया है। त्योहारी सीजन के कारण इस ट्रेड के अक्टूबर और दिसंबर महीने तक चलने की संभावना है।
जीएफके इंडिया के व्यापार प्रमुख धीरज मुखर्जी कहते हैं, ‘ स्मार्टफोन की ऑफलाइन चैनल वृद्धि 2021 में 2019 की बिक्री के स्तर तक पहुंच गई। 2022 में ऑफलाइन चैनलों के मूल्य के अनुसार 2021 से 25-30 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। इसलिए आने वाला वर्ष त्योहारी सीजन की बिक्री के साथ आशावादी नजर आ रहा है। यह सब संभव है क्योंकि हम भारतीय बाकी दुनिया की तुलना में 38 फीसदी तेजी से सामान्य स्थिति में आ रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि महामारी के बाद से छोटे शहरों के उपभोक्ता मध्यम रेंज के स्मार्टफोन ले रहे है। 20,000 से अधिक मूल्य श्रेणी के स्मार्टफोन की बिक्री सभी शहरों में बढ़ी है। छोटे शहरों में वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में इस मूल्य खंड में अधिकतम वृद्धि 240 फीसदी देखी गई है। इसके बाद 186 फीसदी की वृद्धि के साथ टीयर 3 शहरों का स्थान है। टियर 2 में 162 फीसदी की वृद्धि और टियर 1 शहरों में 86 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। टियर 5 और उससे ऊपर के शहरों में 120 फीसदी से अधिक की वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट के अनुसार 20,000 रुपये से अधिक मूल्य बैंड श्रेणी का योगदान 2017 में लगभग 17 फीसदी से बढ़कर 2022 की पहली छमाही में ऑफलाइन बाजार में 40 फीसदी हो गया है।
2017 और 2021 के बीच स्मार्टफोन की एवरेज सेंलिग प्राइस (एएसपी) लगभग 34 फीसदी बढ़ी। 62 फीसदी भारतीय उपभोक्ता ऐसी तकनीक चाहते हैं जो उन्हें समझती हो और सिफारिशें कर सकती हो।