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रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश 45% बढ़ा, ऑफिस सेगमेंट में हुई सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट

रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट में 1.1 अरब (1,1487 लाख) डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ।

Last Updated- October 02, 2024 | 2:52 PM IST
real estate

Real estate investment: इस साल रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश में वृद्धि जारी है। तीसरी तिमाही में इसमें 45 फीसदी की बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है। इस तिमाही में कुल संस्थागत निवेश का आधे से ज्यादा निवेश ऑफिस सेगमेंट में हुआ। तीसरी तिमाही में ऑफिस की मांग भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।

तीसरी तिमाही में कितना हुआ संस्थागत निवेश?

रियल एस्टेट रिसर्च फर्म कॉलियर्स इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट में 1.1 अरब (1,1487 लाख) डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ, जो पिछले साल की समान तिमाही में हुए 7,934 लाख डॉलर की तुलना में 45 फीसदी ज्यादा है।

इस साल कुल संस्थागत निवेश की बात करें जनवरी-सितंबर अवधि में 4.7 अरब डॉलर का निवेश हुआ है, जो पिछले साल की इसी अवधि में हुए निवेश से 3 फीसदी ज्यादा है।

सबसे ज्यादा ऑफिस सेगमेंट में हुआ संस्थागत निवेश

सबसे अधिक संस्थागत निवेश ऑफिस सेगमेंट में हो रहा है। कॉलियर्स के मुताबिक इस साल की तीसरी तिमाही में 6,163 लाख करोड़ रुपये का संस्थागत निवेश ऑफिस सेगमेंट में हुआ, जो कुल संस्थागत निवेश का आधे से अधिक 54 फीसदी है। साथ ही तीसरी तिमाही में संस्थागत निवेश में सालाना आधार पर 616.3 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में 791 लाख करोड़ रुपये का ही ऑफिस सेगमेंट में संस्थागत निवेश हुआ था।

पिछले साल की तीसरी तिमाही में 2,746 लाख करोड़ रुपये का संस्थागत निवेश आवासीय क्षेत्र में हुआ था। इस साल की तिमाही में यह निवेश 40 फीसदी बढ़कर 3,848 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की तीसरी तिमाही में सबसे अधिक 3,403 लाख करोड़ रुपये संस्थागत निवेश इंडस्ट्रियल और वेयरहाउसिंग सेगमेंट में हुआ था। इस साल की तीसरी तिमाही में यह 72 फीसदी घटकर 752 लाख करोड़ रुपये रह गया।

चेन्नई और मुंबई में हुआ 57 फीसदी संस्थागत निवेश

कुल संस्थागत निवेश का आधे से ज्यादा हिस्सा चेन्नई और मुंबई में हुआ। तीसरी तिमाही में इन दोनों शहरों की कुल निवेश में हिस्सेदारी 57 फीसदी दर्ज की गई। तीसरी तिमाही के दौरान चेन्नई में लगभग 70 संस्थागत निवेश विदेशी निवेशों द्वारा संचालित था।

इसके साथ ही चेन्नई में तीसरी तिमाही में संस्थागत निवेश सालाना आधार पर तीसरी तिमाही में 710 फीसदी बढ़कर 3,801 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया। मुंबई में यह 41 फीसदी बढ़कर 2,776 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस साल तीसरी तिमाही में पुणे में भी 108 लाख करोड़ रुपये का संस्थागत निवेश दर्ज किया गया, पिछले साल इस तिमाही में यहां कुछ भी निवेश नहीं हुआ था।

कोलियर्स इंडिया में कैपिटल मार्केट्स एंड इन्वेस्टमेंट सर्विसेज के प्रबंध निदेशक पीयूष गुप्ता ने कहा, “भारतीय रियल्टी में संस्थागत निवेश प्रवाह लगातार बना हुआ है, जो निवेशकों के निरंतर विश्वास को दर्शाता है। तीसरी तिमाही में इन निवेशकों का ऑफिस सेगमेंट पर फोकस रहा।

वहीं, 2024 (जनवरी-सितंबर) के पहले 9 महीनों के दौरान कुल 4.7 अरब डॉलर के संस्थागत निवेश में से 60 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी औद्योगिक, वेयरहाउसिंग और आवासीय सेगमेंट की रही।

ऑफिस की मांग रिकॉर्ड स्तर पर

जेएलएल इंडिया के मुताबिक इस साल जनवरी-सितंबर अवधि में 5.34 करोड़ वर्ग फुट ऑफिस पट्टे पर लिए गए। जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है। इस साल के अंत तक इसके 7 करोड़ वर्ग फुट को पार करने की उम्मीद है। इस साल की तीसरी तिमाही में ऑफिस की मांग 1.98 करोड़ वर्ग फुट के स्तर पर पहुंच गई, जो अब तक किसी एक तिमाही में दूसरी सबसे अधिक मांग है।

तिमाही आधार पर इसमें 8.2 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। कुल मांग में फ्लेक्स ऑफिस की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है। इसकी हिस्सेदारी अब 22 फीसदी हो गई और इसने टेक और बीएफएसआई जैसे पारंपरिक अग्रणी क्षेत्रों को पीछे छोड़ दिया।

First Published - October 2, 2024 | 2:47 PM IST

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