Infosys Q2 Results: सॉफ्टवेयर निर्यात करने वाली देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2024 के लिए अपनी आय वृद्धि के अनुमान को 1-3.5 फीसदी से घटाकर 1-2.5 फीसदी कर दिया है। कंपनी ने ग्राहकों द्वारा विवेकाधीन खर्च में नरमी बरतने और निर्णय में देरी के कारण पैदा चुनौतियों को देखते हुए ऐसा किया है। बेंगलूरु की कंपनी ने वित वर्ष 2024 के लिए अपने परिचालन मार्जिन अनुमान को 20 से 22 फीसदी पर बरकरार रखा है।
यह लगातार दूसरी तिमाही है जब कंपनी ने अपने आय अनुमान में कटौती की है। इससे पहले वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के दौरान 4 से 7 फीसदी के आय अनुमान को घटाकर 1 से 3.5 फीसदी कर दिया गया था। सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 3.2 फीसदी बढ़कर 6,212 करोड़ रुपये हो गया। क्रमिक आधार पर शुद्ध लाभ में 4.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
तिमाही के दौरान कंपनी की आय एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले 6.7 फीसदी बढ़कर 38,994 करोड़ रुपये हो गई। आय के मोर्चे पर कंपनी का प्रदर्शन ब्लूमबर्ग के अनुमान से बेहतर रहा, लेकिन शुद्ध लाभ के मामले में वह अनुमान तक नहीं पहुंच पाई।
ब्लूमबर्ग ने सितंबर तिमाही में इन्फोसिस के लिए 38,504 करोड़ रुपये की आय पर 6,267 करोड़ रुपये के कर पश्चात लाभ का अनुमान जाहिर किया था। तिमाही आधार पर आय में 2.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर इन्फोसिस का शेयर आज करीब 2 फीसदी की गिरावट के साथ 1,464.55 रुपये पर बंद हुआ।
इसके मुकाबले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की आय 59,692 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले के मुकाबले 7.9 फीसदी और एक तिमाही पहले के मुकाबले 0.5 फीसदी अधिक रही। हालांकि टीसीएस का प्रदर्शन ब्लूमबर्ग के अनुमान से कमतर रहा। इन्फोसिस की डॉलर आय एक साल पहले इसी अवधि के मुकाबले 2.5 फीसदी और एक तिमाही पहले के मुकाबले 2.3 फीसदी बढ़कर 4.7 अरब डॉलर हो गई। इसे मुख्य तौर पर 7.7 अरब डॉलर के कुल अनुबंध मूल्य से बल मिला।
टीसीएस की ही तरह इन्फोसिस के मामले में भी कुल अनुबंध मूल्य अधिक होने के बावजूद आय वृद्धि पर उसकी झलक नहीं दिखी। यही कारण है कि कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष के लिए अपने आय अनुमान में कटौती की है।
इन्फोसिस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी सलिल पारेख ने कहा, ‘दूसरी तिमाही के दौरान विभिन्न जगहों और क्षेत्रों से कुल 7.7 अरब डॉलर मूल्य के बड़े सौदे हासिल हुए। वृहद आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितता के बावजूद हमने ये सौदे हासिल किए हैं।
यह ग्राहकों की उभरती जरूरतों के अनुरूप सेवाएं प्रदान करने और लागत में कटौती के साथ-साथ उत्पादकता बढ़ाने के लिए तकनीकी समाधान उपलब्ध कराने की हमारी क्षमता का प्रमाण है।’ सितंबर तिमाही के दौरान इन्फोसिस में एट्रिशन यानी कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोड़ने की दर भी घटकर 14.6 फीसदी रह गई जो इससे पिछली तिमाहियों में 17.3 फीसदी रही थी।