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वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में ₹1 लाख करोड़ से अधिक निवेश की उम्मीद: चिराग पासवान

पहले दिन एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की प्रतिबद्धता के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए

Last Updated- September 25, 2025 | 10:31 PM IST
Chirag Paswan

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने आज कहा कि चार दिवसीय ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ के चौथे संस्करण में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आने की उम्मीद है। पहले दिन दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की प्रतिबद्धता के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘दुनिया और विशेष रूप से खाद्य क्षेत्र से जुड़े निवेशक, दोनों ही बड़ी उम्मीद से भारत की ओर देख रहे हैं। भारत में विविधता, मांग और बड़े स्तर की संयुक्त शक्ति है। यही विविधता हमें अलग बनाती है। चूंकि हर 100 मीटर पर खान-पान और स्वाद बदल जाता है, इसलिए इससे विविध उत्पादों की मांग पैदा होती है और भारत को प्रतिस्पर्धी क्षमता की बढ़त मिलती है। यह बात हमें निवेश के लिए पसंदीदा देश बना रही है।’

खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के विकास पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र की क्षमता 20 गुना बढ़ चुकी है। उन्होंने कहा कि यह भारत में निवेश करने का सही समय है।

रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (आरसीपी) ने देश भर में एकीकृत खाद्य विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के साथ समझौता किया है। इसके तहत  40,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इसके अलावा कोका कोला सिस्टम, जिसमें कंपनी की तीन बॉटलर शामिल हैं, ने देश में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए संयुक्त रूप से 25,760 करोड़ रुपये के निवेश के लिए समझौता किया।

इनमें कोका कोला की सबसे बड़ी स्वतंत्र बॉटलर कंपनी एसएलएमजी बेवरिजेज, उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली बॉटलिंग शाखा हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरिजेज और गुजरात का कंधारी समूह शामिल हैं।

एसएलएमजी बेवरिजेज के संयुक्त प्रबंध निदेशक परितोष लढानी ने कहा, ‘कोका-कोला इंडिया और एसएलएमजी बेवरिजेज सहित अन्य सभी बॉटलर कंपनियों ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के साथ 25,760 करोड़ रुपये के सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं।’ उन्होंने कहा कि इसमें से एसएलएमजी 8,000 करोड़ रुपये का योगदान करेगी।

सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा डेरी क्षेत्र की दिग्गज अमूल ने 10,000 करोड़ रुपये का समझौता किया है जबकि कृषि कारोबार क्षेत्र की कंपनी ओलम फूड्स इंग्रीडिएंट्स ने 300 करोड़ रुपये के निवेश पर सहमति जताई है।

First Published - September 25, 2025 | 10:31 PM IST

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