अगस्त में यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री में 4.53 प्रतिशत तक की कमी आई। डीलरों के संगठन ने गुरुवार को कहा कि चिंताजनक स्तर पर इन्वेंट्री और अत्यधिक बारिश ने उपभोक्ता धारणा पर असर डाला जिससे यात्री वाहनों की बिक्री पर प्रभाव पड़ा।
वाहन डीलरों के संगठन (फाडा) के अनुसार अगस्त में करीब 309,053 यात्री वाहन बेचे गए जबकि 2023 के इसी महीने में यह आंकड़ा 323,720 था। बिना बिके वाहनों का स्टॉक बढ़कर 70-75 दिन पर पहुंच गया और अब यह 77,800 करोड़ रुपये की वैल्यू के साथ 780,000 वाहन है। पीवी बिक्री मासिक आधार पर 3.46 प्रतिशत तक घटी है।
ट्रैक्टर और वाणिज्यिक वाहन (सीवी) बिक्री 11.39 प्रतिशत और 6.05 प्रतिशत तक घट गई लेकिन दोपहिया और तिपहिया सेगमेंट की बिक्री क्रमशः 6.28 प्रतिशत और 1.63 प्रतिशत बढ़ी। कुल मिलाकर, भारत के वाहन रिटेल बाजार ने अगस्त में सालाना आधार पर 2.88 प्रतिशत की कमजोर वृद्धि दर्ज की।
फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, ‘अत्यधिक बारिश से ग्रामीण बाजार में उपभोक्ताओं का उत्साह प्रभावित हुआ, जिस से, खासकर दोपहिया बिक्री में गिरावट आई।
हमें पूरे वर्ष के लिए खुदरा वाहन बिक्री में 6 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है।’ भारत में अगस्त में 15.9 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई जिसमें उत्तर-पश्चिम में 31.4 प्रतिशत, पूर्व और उत्तर-पूर्व में 7.2 प्रतिशत, मध्य भारत में 17.2 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
प्रायद्वीप वाले हिस्से में बारिश 1.3 प्रतिशत कम रही। मॉनसून की शुरुआत अत्यधिक गर्मी के साथ हुई, जिससे सालाना बारिश में देरी हुई और फिर भारी बारिश हुई, जिससे कई जगहों पर बाढ़ भी आ गई।
अत्यधिक बारिश और बाढ़ की वजह से दोपहिया बिक्री मासिक आधार पर 7.29 प्रतिशत घट गई लेकिन एक साल पहले के मुकाबले इसमें 6.28 प्रतिशत तक की तेजी आई। बाजार दिग्गजों हीरो मोटोकॉर्प (358,616 वाहन) और होंडा मोटरसाइकिल ऐंड स्कूटर इंडिया (352,605 वाहन) के बीच बिक्री में अंतर मामूली रहा और इन दो कंपनियों ने क्रमशः 26.8 प्रतिशत तथा 26.35 प्रतिशत की बाजार भागीदारी दर्ज की।
सिंघानिया ने कहा, ‘कई ग्राहकों ने नए वाहन पेश किए जाने की उम्मीद में अपनी खरीद टाल दी जबकि कुछ अन्य ने बदलती प्राथमिकताओं के कारण खरीदारी स्थगित कर दी। ओईएम (मूल उपकरण निर्माताओं) की ओर से सीमित विपणन प्रयासों और बाजार की सुस्त धारणा ने भी बिक्री को और प्रभावित किया।’
सीवी बिक्री मासिक आधार पर 8.5 प्रतिशत और सालाना आधार पर 6.05 प्रतिशत घट गई। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के अलावा, घटती निर्माण गतिविधियां और औद्योगिक क्षेत्रों में सुस्त मांग की वजह से भी बिक्री पर दबाव पड़ा। अगस्त में सीवी बिक्री 73,253 वाहन रही जो पिछले वर्ष समान महीने में 77,967 थी।
सिंघानिया ने कहा, ‘त्योहारी सीजन के आगमन के बावजूद ग्राहकों की देरी से खरीदारी, खराब उपभोक्ता धारणा और लगातार भारी बारिश के कारण बाजार काफी दबाव में है। इन्वेंट्री खतरनाक स्तर पर पहुंच गई हैं। पीवी ओईएम मासिक आधार पर डीलरों को डिस्पैच बढ़ाना जारी रख रही हैं जिससे समस्या और बढ़ रही है।’