दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को कहा कि बीते 11 वर्षों में डेटा की कीमतों में 97 फीसदी की गिरावट के साथ भारत अगले पांच सालों में दुनिया की डेटा कैपिटल बनने को तैयार है। भारत पहले ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है। देश में 1.2 अरब मोबाइल उपयोगकर्ता और 97.4 करोड़ इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले हैं जिनमें से करीब 94 करोड़ ब्रॉडबैंड उपयोकर्ता हैं।
उन्होंने कहा कि 1 जीबी डेटा की लागत औसतन 9 रुपये है जबकि 2014 में यह 287 रुपये का था। इस तरह संचार की लागत 97 फीसदी कम हुई है। सिंधिया ने यह भी कहा कि भारत में प्रति जीबी संचार की लागत वैश्विक औसत के 20 फीसदी के बराबर है।
मंत्री ने कहा कि भारत स्वदेशी 4जी भंडार तैयार करने वाला दुनिया का पांचवा देश है और बीएसएनएल ने देश में 94,000 से अधिक 4जी दूरसंचार टॉवर स्थापित किए हैं। सिंधिया ने कहा कि वह अगले पांच सालों में इंडिया पोस्ट को भी मुनाफे में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि 1.64 लाख केंद्रों के साथ वह दुनिया का सबसे बड़ा वितरण नेटवर्क है।
उन्होंने कहा, ‘पोस्ट ऑफिस छोटे मॉल का रूप न लें, ऐसी कोई वजह नहीं नजर आती।हम हर ग्रामीण डाक सेवक को हाथ वाली इलेक्ट्रॉनिक भुगतान मशीन देकर मजबूत बना रहे हैं।’ सिंधिया ने कहा कि पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में भी दशकीय समेकित सालाना वृद्धि दर 12-13 फीसदी है और वह देश की आर्थिक शक्ति बनने के लिए तैयार है।
उन्होंने बताया कि हाल में आयोजित पूर्वोत्तर शिखर बैठक में 4.3 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। सिंधिया ने कहा कि अब पूर्वोत्तर में पहले के 9 के मुकाबले 17 हवाई अड्डे हैं। उन्होंने कहा कि विशिष्ट हवाई यातायात गतिशीलता भी एक दशक पहले के 980 प्रति सप्ताह से बढ़कर 2200 प्रति सप्ताह हो गई है।