प्रमुख आईटी सेवा कंपनी कैपजेमिनाई के वित्तीय सेवा कारोबार के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) एवं समूह के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य अनिर्वाण बोस ने कहा है कि कंपनी की वित्तीय सेवाओं में काफी सुधार दिख रहा है क्योंकि बैंक एवं वित्तीय संस्थानों ने साल 2021 के दौरान अपने आईटी खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि की। उनका मानना है कि अधिकतर बैंक एवं वित्तीय संस्थान आगे भी अपने आईटी खर्च पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र तकनीक का सबसे बड़ा उपभोक्ता रहा है और वैश्विक महामारी के दौरान भी स्थिति अलग नहीं थी। बोस का मानना है कि 2022 में बीएफएसआई के आईटी खर्च में केवल वृद्धि होगी और ग्राहक अपने आईटी बजट को नए सिरे से प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा, ‘निवेश जारी रहेगा लेकिन उसे काफी अधिक प्राथमिकता दी जाएगी। ग्राहक अपने सिस्टम पर नए सिरे से गौर करेंगे और देखेंगे कि उसे सरल बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए अथवा बेहतर ग्राहक अनुभव या लागत में कटौती के लिए क्या समाधान हो सकता है। उनकी प्राथमिकता सूची काफी महत्त्वपूर्ण होने जा रही है।’
बोस ने यह भी कहा कि दो-तीन क्षेत्रों में नए सिरे से प्राथमिकता निर्धारित की जाएगी। पहला, सबसे पहले डेटा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। डेटा की सुरक्षा और डेटा मुद्रीकरण पहली प्राथमिकता होगी। उस पर काफी अधिक खर्च किया जाएगा। दूसरा, तालमेल बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। ऐसा न केवल कर्मचारियों के बीच बल्कि विभिन्न साझेदारों के साथ किया जाएगा। तीसरा, ग्राहक अनुभव को बेहतर करने पर जोर दिया जाएगा। इसलिए आगे ये तीन चीजें उभरकर सामने आएंगी। बोस ने कहा, ‘ग्राहकों के पास डेटा का भंडार है लेकिन वास्तव में वे अधिक कुशलता के लिए उसका इस्तेमाल, बदलाव की उचित लागत और उपयुक्त व्यक्तिकरण महत्त्वपूर्ण होगा। हमारी विश्व भुगतान रिपोर्ट में भी उल्लेख किया गया है कि आज करीब 70 फीसदी ग्राहक अपने बैंक से व्यक्तिगत सेवाओं के अलावा वफादारी और पुरस्कार चाहते हैं। जबकि 20 फीसदी बैंक उसके लिए तैयार हैं।’
कैपजेमिनाई के कुल राजस्व में उसके वित्तीय सेवा कारोबार का योगदान चालू कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही में 22 फीसदी रही। वित्तीय सेवाओं में स्थिर मुद्रा आधार पर 5.4 फीसदी की वृद्धि हुई। इस वृद्धि के प्रभाव से भारत को भी फायदा हुआ।
बोस ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘आप अधिक समय तक उस काम का प्रचार नहीं कर सकते जिसे कहीं से भी किया जा सकता है। लोग उस वास्तविकता में जी रहे है। इससे पहले आपको सही समाधान, सही प्रतिभा, सही समय और सही जगह की जरूरत होती थी। लेकिन अब सही जगह को लेकर बहस छिड़ गया है।’
