किफायती इलेक्ट्रिक तिपहिया और छोटे वाणिज्यिक वाहन की पैठ बढ़ाने के लिए विश्व बैंक (World Bank) की शाखा IFC अंतिम छोर तक परिवहन सुविधा प्रदान करने वाले वाहनों की नई कंपनी में 600 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। यह महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (M&M) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसे नई कंपनी के रूप में गठित किया जाएगा।
यह IFC का किसी भारतीय EV विनिर्माता में पहला निवेश है और यह वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक तिपहिया में उसका पहला निवेश है। IFC यह निवेश 6,020 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर अनिवार्य परिवर्तनीय माध्यमों के जरिये कर रही है। इस निवेश से नई कंपनी में IFC को 9.97 प्रतिशत से 13.64 प्रतिशत के बीच हिस्सेदारी मिलेगी।
इस नई कंपनी में अंतिम छोर वाला परिवहन अनुभाग होगा, जिसमें थ्री व्हीलर (अल्फा, ट्रिओ, जोर) और चार-पहिया वाहन एससीओ (जीटो) शामिल हैं।