जर्मनी की जानी-मानी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू इंजन और शैसि की आउटसोर्सिंग के लिए भारत के 100 से अधिक कल-पुर्जा निर्माताओं के नामों पर गौर फरमा रही है।
कंपनी अपने दुनियाभर में फैले अपने कारोबार के लिए भारत की कल-पुर्जे निर्माता कंपनियों को भरोसे की निगाह से देख रही है।कंपनी के एक बोर्ड सदस्य हर्बर्ट डाइस के अनुसार हम भारत में बनने वाले डाइ कास्ट और फॉर्जिंग की क्वॉलिटी से काफी प्रभावित हैं। इन उत्पादों की क्वॉलिटी दूसरे और तीसरे चरण से काफी अच्छी हो जाती है। एक बार पुर्जे बनाने वाले निर्माताओं की पहचान हो जाए तो कार के इंजन और शैसि की आउटसोर्सिंग जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
गुड़गांव में मौजूद इस कार कंपनी का अंतरराष्ट्रीय खरीद कार्यालय फिलहाल मोटरबाइक के हैंडिल और डाइ कास्ट का निर्यात भारत के बाहर करता है। साथ ही माइको बॉश और कोंटी कंपनियां इसे सॉफ्टवेयर सुविधाएं मुहैया कराती हैं। बीएमडब्ल्यू एजी के मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य नॉर्बर रेदोफर के मुताबिक,साल 2007 में हमने भारत में 200 नौकरियां दी हैं। हमारी कंपनी की विकास दर के अनुसार हम यहां और नौकरियों का इंतजाम करेंगे।
कंपनी के उत्पादन प्रमुख फ्रैंक पीटर कहते हैं कि यदि हमारी क्षमता 500 यूनिट को छू जाए तो हम चेन्नई में ही एक्स 3, एक्स 5 और एक्स 7 जैसी बीएमडब्ल्यू स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल का निर्माण करने लगेंगे।