facebookmetapixel
NPS में शामिल होने का नया नियम: अब कॉर्पोरेट पेंशन के विकल्प के लिए आपसी सहमति जरूरीएशिया-पैसिफिक में 19,560 नए विमानों की मांग, इसमें भारत-चीन की बड़ी भूमिका: एयरबसअमेरिकी टैरिफ के 50% होने के बाद भारतीय खिलौना निर्यातकों पर बढ़ा दबाव, नए ऑर्डरों की थमी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने किया साफ: आधार सिर्फ पहचान के लिए है, नागरिकता साबित करने के लिए नहींBihar चुनाव के बाद लालू परिवार में भूचाल, बेटी रोहिणी ने राजनीति और परिवार दोनों को कहा ‘अलविदा’1250% का तगड़ा डिविडेंड! अंडरवियर बनाने वाली कंपनी ने निवेशकों पर लुटाया प्यार, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते₹4 करोड़ कम, लेकिन RR चुना! जानिए क्यों Jadeja ने CSK को कहा अलविदा75% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मा कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफा

Hindalco, JSW Steel झारखंड में तांबा खदान हासिल करने की दौड़ में

सूत्रों ने कहा कि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और जेएसडब्ल्यू स्टील झारखंड में सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की दो तांबा खदानों के अधिग्रहण की दौड़ में हैं।

Last Updated- October 06, 2024 | 1:08 PM IST
Hindalco
Representative Image

आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और सज्जन जिंदल की अगुवाई वाली जेएसडब्ल्यू स्टील झारखंड में दो तांबे की खदानों को हासिल करने की दौड़ में हैं। इन खानों को इसी महीने बिक्री के लिए रखा जाएगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

दोनों खदानों की कुल क्षमता सालाना 30 लाख टन की है। सूत्रों ने कहा कि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और जेएसडब्ल्यू स्टील झारखंड में सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की दो तांबा खदानों के अधिग्रहण की दौड़ में हैं।

दोनों खदानों की नीलामी अक्टूबर में ही होने की संभावना है। इनमें से एक ब्लॉक नया है, जबकि दूसरा पिछले 20 साल से बंद है। हिंदुस्तान कॉपर ने पहले राखा तांबा खान को फिर से खोलने और उसका विस्तार करने और चापरी में भूमिगत खदान के विकास और संचालन के लिए खान डेवलपर-सह-परिचालक (एमडीओ) की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे।

हिंदुस्तान कॉपर ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा था कि राखा खनन पट्टा 2021 में समाप्त हो गया। खनन पट्टे के विस्तार का कार्य झारखंड सरकार के साथ प्रगति पर है इसके अलावा खनन पट्टे के तहत शेष वन क्षेत्र पर चरण एक की वन मंजूरी देने के लिए आवेदन को परियोजना जांच समिति द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।

राज्य वन विभाग के विभिन्न अधिकारियों द्वारा स्थल का निरीक्षण पूरा हो चुका है। हिंदुस्तान कॉपर के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक घनश्याम शर्मा ने हाल मे कहा था कि कंपनी खदान उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 1.22 करोड़ टन सालाना करने के लिए विस्तार परियोजनाओं को लागू कर रही है।

इस कदम से तांबे के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और आयात पर निर्भरता कम होगी। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 37.8 लाख टन अयस्क का उत्पादन किया, जो वित्त वर्ष 2022-23 के 33.5 लाख से 13 प्रतिशत अधिक है।

First Published - October 6, 2024 | 1:08 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट