इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माता ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड (GEMPL) द्वारा वित्त वर्ष 2025 में 194.4 करोड़ रुपये का अपना पहला सालाना शुद्ध लाभ दर्ज किए जाने की संभावना है। Greaves Cotton की सहायक इकाई GEMPL को वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 में 37.1 करोड़ और 18.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ होने का अनुमान है।
कंपनी एम्पीयर ब्रांड के तहत इलेक्ट्रिक दोपहिया और Ele एवं Teja ब्रांडों के तहत तिपहिया का निर्माण करती है। इन अनुमानों में वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2027 के समेकित लाभ विवरण और बैलेंस शीट को शामिल किया गया है। कंपनी के सही मूल्यांकन की गणना करने के लिए ये अनुमान ग्रीव्स इलेक्ट्रिक के प्रबंधन द्वारा पिछले साल दिल्ली के मूल्यांकनकर्ता सुबोध कुमार को मुहैया कराए गए थे। कुमार ने कंपनी की इक्विटी वैल्यू 1,951.19 करोड़ रुपये निर्धारित की।
उन्होंने अपनी मूल्यांकन रिपोर्ट में कहा, ‘हमारा मूल्य संबंधित विश्लेषण कंपनी प्रबंधन द्वारा हमें दी गई जानकारी पर आधारित है। वित्त वर्ष 2021 में, GEMPL ने परिचालन से 176.31 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया और उसका शुद्ध नुकसान 24.04 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2022 में, कंपनी ने परिचालन से 522.31 करोड़ रुपये राजस्व हासिल किया और उसे 42.86 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।’
GEMPL के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी संजय बहल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘वित्त वर्ष 2022 में GEMPL ने लोगों, इन्फ्रास्ट्रक्चर, शोध एवं विकास पर ज्यादा निवेश किया था। वित्त वर्ष 2022 के अंत में कंपनी की बाजार भागीदारी 10 प्रतिशत थी और इस ब्रांड ने शीर्ष-3 कंपनियों में जगह बनाई थी। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का समेकित राजस्व तीन गुना बढृकर 522 करोड़ रुपये हो गया।’
कुमार को सौंपे गए अनुमानों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को परिचालन से 1,000 करोड़ रुपये और 2,015.8 करोड़ रुपये राजस्व हासिल होने की संभावना है। जब GEMPL के अनुमानों के बारे में पूछा गया तो बहल ने कहा कि कंपनी ने कोई आगामी अनुमान जारी नहीं किया है।
बहल ने कहा, ‘GEMPL वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही से वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही तक मुनाफे में रही। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में मुनाफा प्रभावित हुआ, क्योंकि एआईएस-156 फेज-1 बैटरी मानकों को पूरा करने की वजह से उत्पादन कुछ सप्ताह तक बंद रहा था। हम समय-सीमा से पहले यह पूरा करने में सफल रहे।’ एआईएस-156 बैटरी टेस्टिंग मानकों का पहला चरण 1 दिसंबर 2022 से क्रियान्वित हुआ था।
‘वाहन’ पर उपलब्ध आंकड़े से पता चलता है कि एम्पीयर की बिक्री जहां 2021 में 12,470 वाहन थी, वहीं 2022 में यह बढ़कर 79,860 पर पहुंच गई। तुलनात्मक तौर पर, भारत की कुल ई-दोपहिया बिक्री 2021 के 138,887 से बढ़कर 2022 में 670,965 वाहन पर पहुंच गई थी।