जियोफोन नेक्स्ट की तरह एंड्रॉयड विकसित करने के लिए गूगल कई और ओईएम, दूरसंचार कंपनियों और डेवलपरों के साथ भागीदारी को स्वतंत्र है। भारत में कंपनी के महा प्रबंधक राम पापटला ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘अगले कुछ महीनों और वर्षों के दौरान हम यह आकलन करेंगे कि कैसे भागीदारों के साथ आगे बढ़ा जा सकता है। उम्मीद है कि हम अगले कुछ महीनों के दौरान कई और घोषणाएं करेंगे।’
पापटला के अनुसार, जियोफोन नेक्स्ट में मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम प्रगतिओएस सिर्फ मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी के लिए सीमित नहीं हो सकता है। यह एंड्रोयड का विस्तार है और नए अनुूलन के साथ हमें पहले उत्पाद बाजार के अनुकूल बनना होगा। किसी भागीदारी का विकास इस पर आधारित होगा कि भारत के लिए किस तरह की चुनौतियां दूर करने की
जरूरत होगी। पापटला ने कहा,
‘उदाहरण के लिए, जियोफोन नेक्स्ट के मामले में, किफायत संबंधित अंतर और जियो नेटवर्क के इस्तेमाल के बीच अंतर रहा है।’
हालांकि गूगल ने अभी स्वयं द्वारा कोई भारत-केंद्रित हार्डवेयर डिवाइस बनाने की योजना नहीं तैयार की है। भारतीय बाजार के उपयोगकर्ताओं के लिए जियोफोन नेक्स्ट महंगा होने संबंधित सवालों के बारे में पूछे जाने पर पापटला ने कहा कि ऐसी खास गुणवत्ता और सुरक्ष मानक हैं जिनके साथ प्रौद्योगिकी दिग्गज किसी तरह की अनदेखी नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, ‘इसे लेकर हमेशा चुनौती रहती है कि हम अगले कुछ महीनों और वर्षों के दौरान कैसा प्रदर्शन करेंगे।’