आंध्र प्रदेश सरकार विशाखापत्तनम में 1 गीगावॉट क्षमता वाले हाइपरस्केल डेटा सेंटर परिसर के विकास के लिए मंगलवार को गूगल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेगी। इसमें लगभग 10 अरब डॉलर का निवेश होगा जो ‘एआई सिटी विजाग’ का आधार बनेगा। यह एशिया में गूगल की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक होगी। इसमें गूगल देश भर में एआई-संचालित परिवर्तन को रफ्तार देने में मदद के लिए अपने पूरे एआई स्टैक का उपयोग करेगी।
यह नया एआई हब एआई के शक्तिशाली बुनियादी ढांचे, डेटा सेंटर की क्षमता, बड़े स्तर के ऊर्जा के नए स्रोतों और विस्तृत फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराएगा। इससे देश में एआई परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए विशाखापत्तनम और आंध्र प्रदेश की भारत में विशिष्ट स्थिति होगी।
इस समझौते से भारत के पहले एआई हब के लिए कार्य योजना की रूपरेखा तैयार होगी जो विशाखापत्तनम में 1 गीगावॉट क्षमता वाले डेटा सेंटर से संचालित होगा। यह दमदार समुद्री और स्थलीय प्रणालियों के जरिये गूगल के वैश्विक नेटवर्क से जुड़ा होगा और इसे स्वच्छ ऊर्जा एकीकरण के साथ डिजाइन किया जाएगा।
राज्य के उद्योग मंत्री नारा लोकेश ने कहा, ‘आंध्र प्रदेश मंगलवार को ऐसा समझौता कर रहा है, जिसे भविष्य याद रखेगा – विशाखापत्तनम में हमारा 1 गीगावॉट का गूगल डेटा सेंटर, जो एआई सिटी विजाग को भारत का डिजिटल पावरहाउस बनाने की दिशा में पहला कदम है। यह आंध्र प्रदेश के भविष्य के लिए परिवर्तनकारी परियोजना है।’
राज्य के आकलन के अनुसार साल 2028 से 2032 के दौरान औसत वार्षिक जीएसडीपी योगदान 10,518 करोड़ रुपये और प्रति वर्ष लगभग 1,88,220 नौकरियों को मदद मिलने का अनुमान है। साथ ही गूगल क्लाउड-सक्षम उत्पादकता 9,553 करोड़ रुपये प्रति वर्ष बढ़ जाएगी, जो कुल मिलाकर पांच वर्षों में 47,720 करोड़ रुपये होगी।