ऑटोमोटिव आपूर्तिकर्ता कंपनी सोना कस्टमर अगले सप्ताह अपना 5,550 करोड़ रुपये का आईपीओ पेश करेगी। कंपनी ने अपने आईपीओ की कीमत 285-291 रुपये प्रति शेयर के बीच तय की है। यह आईपीओ 14 जून से 16 जून के बीच खुला रहेगा और प्रमुख निवेशकों को शुक्रवार को शेयर आवंटित किए जाएंगे।
इस आईपीओ में 300 करोड़ रुपये का ताजा निर्गम और 5,250 करोड़ रुपये की ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) पेशकश शामिल हैं जिसमें बिक्री शेयरधारक ब्लैकस्टोन समूह की इकाई सिंगापुर टोपको है। सिंगापुर टोपको की मौजूदा समय में कंपनी में ऑफर से पहले 66.2 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है। सोना कस्टमर ने शुरू में 6,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी, लेकिन सिंगापुर टोपको ने ओएफएस हिस्सा घटाने का निर्णय लिया। आईपीओ के बाद, कंपनी में सिंगापुर टोपको की हिस्सेदारी 33 प्रतिशत के आसपास रह जाएगी।
कंपनी ताजा निर्गम से हासिल होने वाली रकम का इस्तेमाल 241 करोड़ रुपये का अपना कर्ज घटाने में करेगी। सोना कस्टमर विभिन्न एसेंबलीज, गियर्स, पारंपरिक एवं माइक्रो-हाइब्रिड स्टार्टअर मोटर्स जैसी वाहन प्रणालियों और कलपुर्जों का निर्माण एवं आपूर्ति करती है। वह अमेरिका, यूरोप, भारत और चीन के ऑटोमोटिव ओईएम के लिए मोटर नियंत्रक यूनिट्स की भी आपूर्ति करती है।
पूरे भारत, चीन, मैक्सिको और अमेरिका में कंपनी की 9 निर्माण एवं एसेंबली इकाइयां हैं, जिनमें से 6 इकाइयां भारत में स्थित हैं।
कोटक महिंद्रा कैपिटल, क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज इंडिया, जेएम फाइनैंशियल, जेपी मॉर्गन इंडिया और नोमुरा फाइनैंशियल एडवायजरी ऐंड सिक्योरिटीज (इंडिया) इस निर्गम की प्रबंधक हैं। एसएमईएल और सोना कस्टमर के आईपीओ से बाजार में पिछले दो महीने से जारी सूखे की स्थिति समाप्त हो जाएगी। पिछला आईपीओ अप्रैल में मैक्रोटेक डेवलपर्स द्वारा पेश किया गया था। कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद बाजार में पैदा हुई अनिश्चितता ने कंपनियों को अपनी आईपीओ योजनाएं टालने के लिए बाध्य कर दिया था। हालांकि मई के बाद से आई तेजी से कुछ कंपनियों को अपनी योजनाएं आगे बढ़ाने में मदद मिली है।