संकट में फंसी एयरलाइन गो फर्स्ट ने 12 जून, 2023 तक अपनी सेवाएं रद्द करने का फैसला किया है। वे ऑपरेशन संबंधी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और अपनी उड़ानें जारी रखने में असमर्थ हैं। एक बयान में कपंनी ने कहा कि वे फ्लाइट कैंसलेशन के लिए क्षमा चाहते हैं और इसके कारण होने वाली किसी भी परेशानी के लिए उन्हें खेद है।
कंपनी ने कहा कि ऑपरेशन को फिर से शुरू करने के लिए उन्होंने एप्लिकेशन दिया है। उन्होंने आगे कहा, “हम इस बात को कबूल करते हैं कि फ्लाइट के कैंसिल होने से आपका ट्रेवल प्लान खराब हुआ होगा। और हम इसके लिए आपकी जो सहायता कर सकते हैं, हम करेंगे।”
इसके पहले सोमवार को, गो फर्स्ट ने विमानन प्राधिकरण को सूचित किया था कि वे अपनी सेवाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद हर दिन 152 उड़ानों का संचालन शुरू करने के लिए तैयार हैं।
वर्तमान में, गो फर्स्ट का मैनेजमेंट दिवाला समाधान पेशेवर अभिलाष लाल द्वारा देखा जा रहा है। गो फर्स्ट 3 मई के बाद से किसी भी फ्लाइट का संचालन नहीं कर पाई है। इन समस्याओं का सामना करने से पहले, अप्रैल 2023 तक हर दिन 200 गो फर्स्ट फ्लाइट उड़ानें भरा करती थीं।
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गो फर्स्ट ने हाल ही में विमानन प्राधिकरण को बताया था कि उनके पास पर्याप्त कर्मचारी हैं, जिनमें लगभग 675 पायलट और 1,300 केबिन क्रू सदस्य शामिल हैं। 26 विमानों को संचालित करने के लिए उनके ये कर्मचारी उपलब्ध हैं।
एयरलाइन ने विमानन प्राधिकरण को बताया था कि वे 22 विमानों का उपयोग करके हर दिन 152 उड़ानें संचालित करेंगे। 22 में से किसी भी विमान में तकनीकी खराबी आने की स्थिति में वे बैकअप के तौर पर 4 अतिरिक्त विमान जमीन पर रखेंगे। इस तरह, वे सुनिश्चित कर सकते हैं कि उड़ानें समय पर रहें।
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सरकार उम्मीद कर रही है कि गो फर्स्ट फिर से उड़ान भरना शुरू करे क्योंकि भारत में फ्लाइट के दाम काफी बढ़ गए हैं। खासकर उन रूटों पर जहां गो फर्स्ट उड़ान भरती थी। वे चाहते हैं कि गो फर्स्ट उड़ानें फिर से शुरू करे ताकि लोगों को यात्रा करने के लिए अधिक किफायती विकल्प मिल सकें।