विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल-जून तिमाही में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अहम कंपनियों मसलन टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) टेक्नोलॉजी सर्विसेज और एलऐंडटी इन्फोटेक में हिस्सेदारी बढ़ाई है जबकि एचसीएल टेक और विप्रो में हिस्सेदारी घटाई है। इन कंपनियों की तरफ से शेयरधारिता पैटर्न के खुलासे से यह जानकारी मिली।
एलऐंडटी इन्फोटेक और एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज में उनकी हिस्सेदारी अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई। टीसीएस की बात करें तो एफपीआई ने उसमें अपनी हिस्सेदारी 0.11 फीसदी बढ़ाकर 15.85 फीसदी पर पहुंचा दी। म्युचुअल फंड ने अपनी हिस्सेदारी 2.55 फीसदी से घटाकर 2.51 फीसदी पर ला दी। इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक व मुख्य निवेश अधिकारी जी चोकालिंगम ने कहा, महामारी के बावजूद निवेशक इस ओर मुड़े क्योंकि यह ऐसा कारोबारी क्षेत्र है जहां लॉकडाउन में भी परिचालन बना रहा (वर्क फ्रॉम होम)। इसके अलावा क्लाउड कम्प्यूटिंग और नेटवर्क में मौकों ने चुनिंदा कंपनियों के लिए नया कारोबारी मौका उपलब्ध कराया। हालांकि इन शेयरोंं में तेजी को देखते हुए हमें सतर्क रहना चाहिए। यह भी अहसास होना चाहिए कि अमेरिका व यूरोप की अर्थव्यवस्थाएं मध्यम अवधि में सुस्त हो सकती हैं, जिसका असर खर्च व मांग पर पड़ सकता है और इस वजह से आईटी फर्मों की किस्मत पर भी चोट पड़ सकती है।
कैलेंडर वर्ष 2020 में अब तक एसऐंडपी बीएसई आईटी इंडेक्स में 6.7 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि बेंचमार्क इंडेक्स में 10.9 फीसदी की गिरावट आई है। यूबीएस के विस्लेषक डी नटराजन ने कहा, निवेशकों से हुई हमारी बातचीत से संकेत मिलता है कि दूसरी छमाही में बाजार मांग में तीव्र सुधार मानकर चल रहा है और इस क्षेत्र को लेकर उसका मानना है कि तकनीक पर खर्च बढ़ेगा क्योंकि कंपनियां अपना कारोबार ऑनलाइन कर रही हैं। मजबूत बैलेंस शीट और नकदी प्रवाह के कारण निवेशकों को आईटी सेवा में अपेक्षाकृत ज्यादा सुरक्षा नजर आ रहा है। मार्च 2020 के बाद से आई तेजी और कोविड-19 के अवरोध के बावजूद विश्लेषक इस क्षेत्र को लेकर सकारात्मक बने हुए हैं और उनका मानना है कि मध्यम से लंबी अवधि में उनका रिटर्न ठीक रहेगा। उदाहरण के लिए एडलवाइस ने एचसीएल टेक, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा व टीसीएस को खरीद की रेटिंग दी है जबकि विप्रो में निवेशित रहने को कहा है। यूबीएस का मानना है कि इन्फोसिस, एचसीएल टेक और टीसीएस आईटी क्षेत्र की अपेक्षाकृत बेहतर व सुरक्षात्मक कंपनियां हैं।