कच्चे माल की लागत (raw material cost) में कमी और अनुकूल विदेशी मुद्रा (favourable forex) के दम पर लगातार चौथी तिमाही में वाहन उद्योग (automotive industry) के एबिटा मार्जिन में वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के दौरान सुधार होने की उम्मीद है। विश्लेषकों ने यह उम्मीद जताई है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने बताया कि उन्हें चौथी तिमाही में सालाना आधार पर राजस्व, एबिटा और टैक्स के बाद लाभ (PAT) में क्रमशः 19 प्रतिशत, 29 प्रतिशत और 29 प्रतिशत इजाफे की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2023-34 की चौथी तिमाही में स्थिर मांग का माहौल दिखा है, हालांकि कुछ सेगमेंट में मात्रात्मक वृद्धि के भी संकेत थे।
मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने बताया कि M&HCVs (मध्य और भारी वाणिज्यिक वाहन), ट्रैक्टर और घरेलू दोपहिया की मांग काफी हद तक बरकरार रही, जबकि यात्री वाहनों (PV) और हल्के वाणिज्यिक वाहनों (LCV) के लिए वृद्धि में कमी आई। दोपहिया निर्यात कमजोर रहा।
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ब्रोकर ने कहा कि थोक बिक्री के वॉल्यूम के लिहाज से हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में यात्री वाहनों का वॉल्यूम सालाना आधार पर 11 प्रतिशत तक बढ़ेगा, जो M&HCVs के लिए लगभग 17 प्रतिशत, ट्रैक्टर के लिए लगभग 21 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों के लिए लगभग नौ प्रतिशत होगा।
निर्यात में 32 प्रतिशत की गिरावट के कारण दोपहिया वाहनों का वॉल्यूम सालाना आधार पर स्थिर रहा, हालांकि घरेलू वॉल्यूम में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई। LCV का वॉल्यूम एक प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है।
इस बीच इस तिमाही के दौरान कच्चे माल की कीमतों में अपने निचले स्तर की तुलना में फिर से तेजी आने लगी है। मूल उपकरण विनिर्माता (OEM) ने भी BS 6 चरण-2 के मानदंडों (अप्रैल 2023 से शुरू) की दिशा में जाने की प्रतिक्रिया में ताजा मूल्य वृद्धि की घोषणा कर चुके हैं और सेमीकंडक्टर चिप सप्लाई की दिक्कतों की भी आने वाले महीनों में उत्पादन योजना में परेशानी पैदा करने के लिए वापसी हो गई है।
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इसलिए कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सकल मार्जिन शीर्ष स्तर पर पहुंच जाएगा। मिसाल के तौर पर ICICI डायरेक्ट रिसर्च ने कहा है कि प्रमुख कच्चे माल के दामों में लगातार इजाफे के बीच अतीत में कच्चे माल की कीमतों में गिरावट का अधिकांश लाभ OEM द्वारा अर्जित किया गया है।
टायर सेक्टर में वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के दौरान पहले से अनुमानित सकल मार्जिन विस्तार नजर आने वाला है, इसलिए हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में हमारे क्षेत्र के मामले में सकल मार्जिन काफी हद तक टॉप लेवल पर रहेगा।