मणिपाल हेल्थ द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख करने के साथ बातचीत के पिछले दौर में गतिरोध होने के बाद इमामी ग्रुप (Emami Group) के अस्पताल कारोबार एएमआरआई हॉस्पिटल्स की बिक्री के लिए मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज और इमामी ग्रुप ने ताजा बातचीत शुरू कर दी है।
इस घटनाक्रम के एक करीबी सूत्र ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच नए सिरे से बातचीत शुरू हो गई है और एक संशोधित बोली पर भी विचार किया जा रहा है।
एक सूत्र ने संशोधित बोली का मूल्य साझा करने से इनकार करते हुए कहा ‘यह मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में विचाराधीन है तथा अब मणिपाल हेल्थ और इमामी दोनों ही जल्द समझौता करना चाहती हैं।’
एक सूत्र ने कहा कि कानूनी मसले लंबित हैं। राज्य सरकार से स्वीकृति भी अधर में है। इसलिए कई मामलों पर बातचीत चल रही है।
रंजन पई के नेतृत्व वाली मणिपाल हेल्थ ने नवंबर 2022 में दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था और दोनों पक्षों के बीच सौदा विफल होने के बाद इमामी समूह को एएमआरआई अस्पतालों में बहुमत हिस्सेदारी बेचने या प्रबंधन में बदलाव करने से रोकने की मांग की गई थी।
इस सौदे के नियमों और शर्तों पर मतभेद होने तथा पश्चिम बंगाल सरकार से मंजूरी लंबित होने के कारण मणिपाल हेल्थ और इमामी के बीच सौदा परवान नहीं चढ़ पाया था।
एएमआरआई अस्पतालों में पश्चिम बंगाल सरकार की 1.9 प्रतिशत अल्पांश हिस्सेदारी है। कहा जाता है कि मैक्स हेल्थकेयर, एएमआरआई हॉस्पिटल्स के लिए मैदान में उतरी थी, जिसने एएमआरआई के लिए मणिपाल हेल्थ के 1,800 करोड़ की पेशकश के मुकाबले बेहतर बोली पेश की थी।
खबरों के मुताबिक मैक्स की प्रतिस्पर्धी पेशकश करीब 2,700 करोड़ रुपये की था। सूत्रों का दावा है कि मणिपाल हेल्थ की संशोधित पेशकश उसकी पहले वाली 1,800 करोड़ रुपये की बोल से बेहतर है।
जब इस संबंध में संपर्क किया गया, तो मैक्स हेल्थकेयर के प्रवक्ता ने मणिपाल हेल्थ और इमामी के बीच की ताजा बातचीत पर कोई टिप्पणी नहीं की। मणिपाल हेल्थ और इमामी ग्रुप ने भी खबर लिखे जाने तक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
मणिपाल हेल्थ अपनी मौजूदगी में विस्तार कर रही है। अपोलो हॉस्पिटल्स के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला ने नवंबर 2020 में 2,100 करोड़ में कोलंबिया एशिया अस्पताल श्रृंखला का अधिग्रहण किया था, जिससे 27 स्थानों पर उसके बिस्तर क्षमता बढ़कर 7,300 हो गई थी। जून 2021 में इसने मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी (पीई) से 350 करोड़ में बेंगलूरु में विक्रम हॉस्पिटल्स खरीदा था।