एडलवाइस ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एडलवाइस एआरसी) की योजना मौजूदा वित्त वर्ष में विशेष तौर पर खुदरा क्षेत्र के फंसे कर्ज की खरीद पर 1,200 करोड़ रुपये के निवेश की है।
कारोबारी माहौल में सुधार के साथ कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 5,000 से 6,000 करोड़ रुपये की रिकवरी का अनुमान लगाया है। मार्च 2022 के आखिर में कंपनी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 40,251 करोड़ रुपये की थी।
प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों में कमी जारी रहने की संभावना है क्योंंकि कुछ कॉरपोरेट एनपीए अब बाजार में हैं और सिक्योरिटी रिसीट्स जारी करने के बजाय सौदे लगातार नकदी में हो रहे हैं।
एडलवाइस एआरसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी आर के बंसल ने कहा, कंपनी ने मार्च 2022 में समाप्त वित्त वर्ष में 6,903 करोड़ रुपये की रिकवरी की और ध्यान अधिकतम समाधान और पोर्टफोलियो वाली परिसंपत्तियों के कायापलट पर रहा। वित्त वर्ष 22 में कंपनी ने दबाव वाली परिसंपत्तियों की खरीद पर करीब 1,308 करोड़ रुपये का निवेश किया।
वित्त वर्ष 21 में जब भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड महामारी की पहली लहर से धराशायी हुई थी तब उसकी रिकवरी 5,430 करोड़ रुपये की रही थी लेकिन उसने सिर्फ 474 करोड़ रुपये का निवेश किया।कंपनी लगातार बाजार में अग्रणी बनी हुई है और उसकी बाजार हिस्सेदारी एआरसी के क्षेत्र में करीब 45 फीसदी है। एआरसी बड़े आकार वाले कॉरपोरेट खाते में सक्रिय बनी हुई है। लेकिन वॉल्यूम कम है क्योंंकि कई बड़े खातों का समाधान हो गया है या फिर वह नैशनल ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर जा रहे हैं।
कंपनी के बोर्ड ने एक या अधिक चरणों में एनसीडी के निजी नियोजन के जरिये 6,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी है, जो कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा।
वित्त वर्ष 2022 में कंपनी की कुल आय 899.27 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 21 में 867.38 करोड़ रुपये रही थी। इसके अलावा इस अवधि में शुद्ध लाभ 252.67 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 21 में 185.63 करोड़ रुपये रहा था।