टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (टीपीईएम) ने ई-कार के लिए कीमत की बड़ी बाधा लांघते हुए आज ई-टियागो उतार दी। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उसने इस कार की शुरुआती कीमत 10 लाख रुपये से भी कम रखी है
टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक वाहन इकाई ने 8.49 लाख रुपये से 11.79 लाख रुपये के बीच शुरुआती कीमत के साथ ई-टियागो बाजार में पेश की है। 10 लाख रुपये से कमी कीमत वाले बाजार में पहली बार कोई इलेक्ट्रिक कार उतरी है। मगर यह कीमत पहले 1,000 ग्राहकों के लिए ही होगी। इसमें से 2,000 ई-टियागो उन ग्राहकों के लिए आरक्षित होंगी जो फिलहाल नेक्सन ईवी और टिगॉर ईवी के मालिक हैं। बुकिंग 10 अक्टूबर से शुरू होगी और वाहनों की डिलिवरी जनवरी 2023 से होने लगेगी।
इस आकर्षक कीमत के साथ ही टाटा मोटर्स ने पारंपरिक पेट्रोल कारों के साथ इलेक्ट्रिक कार की कीमत का अंतर भी कम करने की कोशिश की है। टियागो पेट्रोल ऑटोमैटिक मॉडल की ऑनरोड कीमत 8.5 से 9 लाख रुपये के बीच है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर रोड टैक्स नहीं लगता है और केवल 5 फीसदी जीएसटी और बीमा देना होता है। गैर इलेक्ट्रिक कारों पर 28 फीसदी कर देना पड़ता है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने की लागत भी कम होती है जो ग्राहकों के लिए एक अतिरिक्त आकर्षण है।
टीपीईएम और टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्र ने कहा कि कंपनी कई उपाय अपनाकर कीमत इतनी कम रख पाई है। उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘यह उत्पाद की नई पीढ़ी है। ऐसे में कुछ चीजें पेट्रोल और इलेक्ट्रिक दोनों मॉडलों में समान हैं जिससे हमें लागत बचाने में काफी मदद मिली।’ उन्होंने कहा कि यदि कंपनी ईवी के लिए एक खास प्लेटफॉर्म पर काम करती तो यह संभव नहीं होता।
बहरहाल टाटा मोटर्स ने प्रतिस्पर्धी कीमत के साथ ईवी को बाजार में लाने के लिए बड़ा दांव लगाया है। यात्री कार बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी सहित अन्य कार विनिर्माता अधिक लागत का हवाला देते हुए फिलहाल इससे दूरी बना रहे हैं।
कंपनी ने दो साल पहले वैगनआर के इलेक्ट्रिक मॉडल का व्यापक परीक्षण किया था। हालांकि बाद में उसने परियोजना को टाल दिया था क्योंकि वह लागत एवं प्रदर्शन के मोर्चे पर कंपनी के मानदंडों पर खरा नहीं उतरा था।
फिलहाल आम लोगों के इलेक्ट्रिक यात्री वाहन बाजार में टाटा की ई-टिगॉर (11.45 लाख रुपये शुरुआती कीमत) और ई-नेक्सन (15 लाख रुपये शुरुआती कीमत) मौजूद हैं। अन्य ब्रांडों के दाम कहीं अधिक हैं।
रिलायंस सिक्योरिटीज के अनुसंधान प्रमुख मितुल शाह ने कहा, ‘आक्रामक मूल्य निर्धारण के साथ टाटा मोटर्स की नजर भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर है।’ भारतीय ग्राहकों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की राह में सबसे बड़ी बाधा उनकी अधिक कीमत रही है लेकिन टाटा मोटर्स अब उसे दूर करने की कोशिश कर रही है।
जानकारों का कहना है कि अगले कुछ वर्षों के दौरान 10 लाख रुपये से कम कीमत के साथ कोई अन्य इलेक्ट्रिक कार आने की संभावना कम है। मारुति सुजूकी का ईवी मॉडल 2025 तक आने के आसार हैं। ह्युंडै मोटर इंडिया और किया मोटर्स भी 2024 के बाद ही अपने ईवी को बाजार में उतारेगी। जबकि महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने अपने एक्सयूवी400 मॉडल के साथ इसी साल जनवरी में ईवी बाजार में दस्तक दी थी। वह बाजार में ई-नेक्सन को टक्कर देगी।
