बीएस बातचीत
ओबेरॉय रियल्टी ने वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में शुद्घ मुनाफे में 63 फीसदी की उछाल दर्ज की है। कंपनी परियोजनाएं लॉन्च करने की ओर बढ़ रही है और नए बाजारों में उतरने की योजना बना रही है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक विकास ओबेरॉय ने राघवेंद्र कामत के साथ बातचीत में कहा कि महामारी के असर में कमी आने से खुदरा बाजार जोर पकडऩे लगा है। पेश हैं मुख्य अंश:
तीसरी तिमाही में लाभ और बिक्री में अच्छी वृद्घि के लिए क्या वजहें रही हैं? अपार्टमेंट की मांग और बिक्री के लिए वित्त वर्ष 2023 कैसा रह सकता है?
वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही इस लिहाज से अच्छी रही कि हमारी सभी परियोजनाओं में संख्या मजबूत रही और गोरेगांव में नए लॉन्च को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। यह वृद्घि इसके बावजूद रही कि स्टाम्प शुल्क माफी की अवधि समाप्त हो रही है और हमें आपूर्ति के मोर्चे पर समेकन नजर आ सकता है। इसके अलावा उपभोक्ता का भरोसा स्थापित कंपनियों की तरफ जाने का रख स्पष्ट तौर पर काम कर रहा है।
बाजार ऐसे मकानों के लिए बढ़ रहा है जो विचारपूर्वक डिजाइन किए गए हैं और जहां पर आधुनिक जीवनशैली को पूरा करने वाले सुसज्जित समुदाय है। महामारी में राहत मिलने के साथ ही खुदरा कारोबार में सुधार आ रहा है क्योंकि काफी लोग बाहर निकलना सुरक्षित महसूस करने लगे हैं। वाणिज्यिक खंड में पट्टा धीरे धीरे जोर पकडऩे लगा है।
क्या आपको लगता है कि बिक्री को बरकरार रखने में सक्षम होंगे?
ऐसा लगता है कि महामारी की वजह से अब आगे कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी। अधिकांश देश में सामान्य स्थिति बहाल होने लगी है और लोग उसी के अनुरूप जीवन को ढाल रहे हैं। हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमारी सभी परियोजनाएं अच्छा प्रदर्शन करती रहेंगी क्योंकि मांग का परिदृश्य मजबूत नजर आ रहा है और इसको भुनाने के लिए हमारे उत्पाद पूरी तरह से तैयार हैं।
वर्ली में आपकी थर्टी सिक्सटी वेस्ट परियोजना के लिए व्यवसाय प्रमाणपत्र कब तक मिलने की उम्मीद है?
हम मानते हैं कि 2022 थर्टी सिक्सटी वेस्ट का वर्ष होगा। हमने प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया है और उम्मीद कर रहे हैं कि 20 दिन में मिल जाएगा। भवन बनकर तैयार हो चुका है और देश में अपनी तरह का यह अनूठा भवन होगा। बाजार की इस परियोजना में काफी दिलचस्पी नजर रही है और आगामी तिमाहियों में हम अच्छा सौदा होने की उम्मीद कर रहे हैं।
आप ठाणे परियोजना कब लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं और इसमें देरी की क्या वजह है?
हमारा ध्यान योजनाओं को सिलसिलेवार तरीके से तैयार करने और परियोजना लॉन्च की तैयारी पर है। हम बाजार की परिस्थितियों के प्रति प्रतिक्रियात्मक रहते हैं और महामारी के बाद उपभोक्ता के स्वभाव में आए बदलाव को स्वीकार करने के लिए योजनाओं में बदलाव किए हैं। हमारा प्रयास मौजूदा या अगली तिमाही में परियोजना लॉन्च करने का है।
परामर्शकों का कहना है कि पिछले एक वर्ष में कच्ची सामग्री और परियोजना लागत में 9 से 13 फीसदी का इजाफा हुआ है। आपका क्या अनुभव है?
हम मानते हैं कि खरीदार मौजूदा कीमत का लाभ उठा रहे हैं। गोरेगांव, बोरीवली, मुलुंड और वर्ली जैसे सूक्ष्म बाजारों में हमारी इन्वेंट्री शीघ्र पूरी होने जा रही है और हम संख्या बढ़ाने पर अपना ध्यान बनाए हुए हैं। बहरहाल, निकट भविष्य में सामग्री की बढ़ती लागत के कारण डेवलपर कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं।