दुनियाभर की IT और सर्विस सेक्टर की कंपनियों में छंटनी का दौर चल रहा है। दर्जनों बड़ी-बड़ी कंपनियां हजारों लोगों को नौकरी से बाहर कर दी हैं या ऐसा करने का प्लान बना रही हैं। कई फर्मों ने तो कॉलेजों में जाकर ज्यादा पैकेज के साथ प्लेसमेंट भी दे दिया मगर बाद में हांथ खींच लिया। इस बीच, कंसल्टिंग दिग्गज डेलॉयट (Deloitte) के एक फैसले ने टेक्नोलॉजी को अवसर में बदलने का काम शुरू कर दिया है। कंसल्टिंग फर्मों की सबसे बड़ी दिग्गज अब ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग कर इस पूरे माहौल को बदलने के लिए तैयार है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट ने बताया कि डेलॉइट एलएलपी (Deloitte LLP ) मौजूदा कर्मचारियों की स्किल का मूल्यांकन करने के लिए और ऐसा प्लान बनाने के लिए AI का यूज कर रही है जिससे उसकी फर्म में काम करने वाले लोगों की स्किल को बढ़ाया जा सके और उन्हें उस ओर शिफ्ट किया जा सके यानी ऐसा रोल दिया जाए, जिसकी डिमांड काफी ज्यादा है। यह प्रोफेशनल सर्विस फर्म के उस बड़े औऱ विस्तृत दावे का हिस्सा है कि टेक्नोलॉजी उसे समय के साथ भर्ती बढ़ाने में मदद करेगी।
डेलॉइट द्वारा इस साल 130,000 कर्मचारी जोड़ने के बाद यह कदम उठाया गया है। बता दें कि डेलॉयट ने भारत में भी इस साल जमकर भर्ती की थी। साल 2023 के शुरुआती महीनों में कंपनी ने कहा था उसने करीब तीन साल में 50,000 के आस पास कर्मियों को भर्ती किया है।
हालांकि कंपनी ने भले ही इतनी संख्या में भर्ती की हो लेकिन, कुछ ही दिनों पहले उसने अमेरिका और ब्रिटेन में हजारों कर्मचारियों को चेतावनी दी थी कि मांग में मंदी के चलते कंपनी के बिजनेस पर असर पड़ सकता है और ऐसे में वह आने वाले समय में छंटनी भी कर सकती है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के हवाले से डेलॉइट के ग्लोबल चीफ टैलेंट ऑफिसर स्टीवन रोल्स के मुताबिक, ‘नियुक्ति और छंटनी के बड़े उतार-चढ़ाव से बचने में सक्षम होना स्पष्ट रूप से एक बड़ा उद्देश्य है।’
गौरतलब है कि डेलॉइट और उसकी कई कंपटीटर प्रोफेशनल सर्विस फर्मों ने पहले से ही AI का उपयोग शुरू कर दिया है। ये ऐसे काम थे जो जूनियल लेवल के कर्मचारी किया करते थे। फर्म AI के जरिये ज्यादा समय लेने वाले काम जैसे-आंतरिक बैठकों के लिए डॉक्यूमेंट्स तैयार करना या क्लाइंट पिच के लिए बड़ी संख्या में डेटा इकट्ठा करने के लिए AI का उपययोग भारी मात्रा में कर रही है।
हालांकि, लेटेस्ट प्रोजेक्ट के साथ, ये उम्मीद कर रही हैं कि टेक्नोलॉजी उन्हें हर साल जोड़े जाने वाले हजारों कर्मचारियों को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद कर सकती है।
इस साल की शुरुआत में नियुक्तियों के बाद डेलॉइट की कुल कर्मचारियों की संख्या अब 460,000 के करीब है। अब एक दशक पहले के मुकाबले नई नियुक्तियों की संख्या तीन गुना है। बता दें कि एक दशक पहले कंपनी के लिए ऐसा दौर था कि इसकी कमाई आज के मुकाबले करीब आधी थी।
रोल्स ने कहा, ‘जरा कल्पना करें कि डेलॉइट इतना सफल रहा और हमने अपना आकार फिर से दोगुना कर दिया, मैं वास्तव में हर साल सवा लाख लोगों को काम पर रखने के बारे में सोचूंगा।’
Deloitte की ही एक फर्म डेलॉइट हास्किन्स एंड सेल्स ने ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही के दौरान ही संकट के दौर से गुजर रही भारत की सबसे बड़ी एडटेक फर्म Byju’s के ऑडिटर पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसी के एक तिमाही बाद यानी दूसरी तिमाही में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के चलते इस फर्म ने Adani Group (अदाणी समूह) की प्रमुख कंपनी अदाणी पोर्ट्स के ऑडिटर पद से इस्तीफा दे दिया। डेलॉयट ने कंपनी के ऑडिटर की जिम्मेदारी छोड़ने का फैसला किया था।