दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सद्भाव समिति ने फेसबुक को 2 नवंबर के पहले हाजिर होने के लिए तलब किया है और 2020 में दिल्ली में हुए दंगों जैसे सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए साक्ष्य व सुझाव देने को कहा है। समन में कहा गया है कि फेसबुक को फरवरी में भेजे गए नोटिस और उच्चतम न्यायालय के इस मसले पर फैसले की निरंतरता में ऐसा किया गया है।
इसमें कहा गया है कि फेसबुक 31 अक्टूबर तक उन प्रतिनिधियों के नाम व पद भेज सकता है, जो विधानसभा की समिति के समक्ष उपस्थित होंगे। इसमें यह भी कहा गया है कि प्रतिनिधि न भेजे जाने की स्थिति में विधाननसभा के विशेषाधिकार के हनन की कार्यवाही शुरू की जा सकती है।
फरवरी के समन में वरिष्ठ जिम्मेदार व्यक्ति को हाजिर होने और फरवरी, 2020 में राजधानी में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच में सहयोग करने को कहा गया था।
