वर्ष 2019 में आस्ट्रेलिया की ग्रीफिथ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा कराए गए अध्ययन से पता चलता है कि वैश्विक रूप से 72 प्रतिशत से ज्यादा एयरलाइन मुख्य कार्याधिकारियों (सीईओ) को उनके संगठनों में पदोन्नत किया गया।
हालांकि इस संदर्भ में भारतीय एयरलाइनों का प्रदर्शन भिन्न रहा। हाल के बदलाव के तहत, एयर इंडिया और इंडिगो ने कैम्पबेल विल्सन और पीटर एलबर्स को सीईओ नियुक्त किए जाने की घोषणा की।
स्कूट और केएलएम से आएविल्सन और एलबर्स विभिन्न विभागों और क्षेत्रों में अनुभव वाले अनुभवी विमानन पेशेवर हैं। उनके अनुभव एयर इंडिया और इंडिगो के लिए महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि वे वैश्विक रूप से विस्तार और भागदारियां बढ़ाने की रणनीतियां बनाएंगे। विश्लेषकों का कहना है कि लेकिन उनकी नियुक्तियों ने एक बार फिर से भारतीय एयरलाइन कंपनियों में अपर्याप्त प्रतिभाओं की समस्या दूर करने और उत्तराधिकार की योजना को सुर्खियों में ला दिया है।
एयर इंडिया और इंडिगो ने इस मामले पर भेजे गए ईमेल संदेशों का जवाब नहीं दिया है।
फ्लाईबिग एयरलाइंस के चीफ पीपुल ऑफीसर सुरजीत बनर्जी ने कहा, ‘भारत जैसे प्रतिस्पर्धी बाजार में, एयरलाइनों को व्यावसायिक दक्षता और ग्राहक सेवा डिलिवरी में दक्षता लाने की जरूरत होगी। अक्सर प्रवर्तक यह मानते हैं कि बाहरी सीईओ इन चुनौतियों को दूर कर सकते हैं, खासकर तब जब एयरलाइन संघर्ष से जूझ रही हो। वे मानते हैं कि इस तरह से प्रतिस्पर्धा को भी मात दी जा सकती है। हाल के वर्षों में भारतीय एयरलाइनों को उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरना पड़ा है और उन्होंने बड़े नेतृत्व के निर्माण एवं विकास पर कभी ज्यादा जोर नहीं दिया।’
विमानन कंसल्टेंट सीएपीए ने पीपुल स्ट्रैटेजी पर अपनी दिसंबर 2020 की रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय एयरलाइनों द्वारा बाहरी सीईओ या प्रमुख अनुभवी अधिकारियों को शामिल करने को हमेशा दक्षता की किल्लत के जवाब के तौर पर देखा गया था।
बाहरी या प्रवासी सीईओ की नियुक्ति कोई खास बात नहीं है। लेकिन निजी भारतीय एयरलाइन में किसी को पूर्णकालिक सीईओ के तौर पर पदोन्नत करना दुलर्भ है। एयर इंडिया की कमान ऐसे अध्यक्ष द्वारा संभाली गई थी, जो हाल के वर्षों में एयरलाइन में थे और सरकार द्वारा नामित थे।
इंडिगो में पहले सीईओ ब्रूस एशबी थे, जो यूएस एयरवेज के पूर्व कार्यकारी उपाध्यक्ष थे।
उत्तम कुमार बोस और आलोक शर्मा ने सीईओ के तौर पर एयर सहारा की कमान संभाली थी, जो एयरलाइन में शुरू में कई अन्य जिम्मेदारियां निभा चुके थे।