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सीमेंट कंपनियों ने Q1 FY26 में दर्ज किया मजबूत मुनाफा, कीमतों में बढ़ोतरी और स्थिर लागत का मिला फायदा

सीमेंट कंपनियों ने FY26 की पहली तिमाही में कीमतें बढ़ाकर और मांग का फायदा उठाकर मजबूत मुनाफा दर्ज किया, जिससे EBITDA सालाना आधार पर 40 प्रतिशत से अधिक बढ़ा।

Last Updated- August 17, 2025 | 9:43 PM IST
Cement industry
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

प्रमुख सीमेंट कंपनियों ने इस वित्त वर्ष की जून तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) के परिणामों में मुनाफा दर्ज किया। कीमतों में बढ़ोतरी और कच्चे माल की स्थिर लागत से बेहतर प्राप्तियों के कारण ऐसा हुआ। देश भर में सीमेंट की कीमतें सालाना आधार पर 5 प्रतिशत बढ़कर प्रति कट्टा लगभग 377 रुपये हो गईं। दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में कीमतों में सालाना आधार पर 5 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि से लाभ मिला। अन्य क्षेत्रों में 2 से 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इससे कंपनियों की प्राप्तियों में 4 से 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और मार्जिन में सुधार हुआ। ज्यादातर प्रमुख सीमेंट कंपनियों ने दो अंकों में वॉल्यूम वृद्धि दर्ज की। इसकी अगुआई अंबुजा (16.5 प्रतिशत), अल्ट्राटेक (15.3 प्रतिशत), जेके सीमेंट (14.3 प्रतिशत) और सागर सीमेंट्स (11.5 प्रतिशत) ने की। मांग में जोरदार उछाल की वजह से ऐसा हुआ।

इसके विपरीत श्री सीमेंट के वॉल्यूम में 7.2 प्रतिशत की गिरावट आई। इस पर उत्तरी क्षेत्र में तनाव का असर पड़ा। सिस्टमैटिक्स इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने बताया कि डालमिया भारत के वॉल्यूम में भी 5.4 प्रतिशत की गिरावट देखी गई जिसका कारण जेपी के साथ टोलिंग व्यवस्था बंद करना रहा।

शीर्ष आठ सीमेंट उत्पादकों ने सालाना आधार पर लगभग 7 प्रतिशत की वॉल्यूम वृद्धि दर्ज की। इसे वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कम आधार का लाभ मिला। उस तिमाही पर चुनावों का असर पड़ा था जिसने बुनियादी ढांचे की गतिविधियों को धीमा कर दिया और श्रम की उपलब्धता कम कर दी थी। ग्रामीण आवास और औद्योगिक क्षेत्रों में बढ़ती मांग से भी वॉल्यूम में सुधार को मदद मिली।

इसके अलावा दक्षिणी क्षेत्र में प्रति वर्ष 4.5 करोड़ टन क्षमता के एकीकरण और पुनर्आवंटन से आपूर्ति दुरुस्त करने में मदद मिली। इक्विरस सिक्योरिटीज के प्रणव मेहता ने बताया कि इससे दक्षिण-पूर्व से सीमेंट का वॉल्यूम कम हुआ तथा दक्षिणी और पूर्वी, दोनों ही क्षेत्रों में कीमतों में बढ़ोतरी हुई।

मॉनसून के दौरान सीजनल सुस्ती के बावजूद अधिकांश क्षेत्रों में सीमेंट के दाम मजबूत रहे, खास तौर पर दक्षिण और पूर्व में, जहां तिमाही की शुरुआत में पहले ही खासी बढ़ोतरी देखी गई थी। ऐक्सिस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों के अनुसार इस स्थिरता से बेहतर प्राप्तियों और लाभ को बढ़ावा मिला।

जेएम फाइनैंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज के सीमेंट शोध विश्लेषक धर्मेश शाह ने कहा कि एबिटा में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ। खास तौर पर प्राप्तियों में तेज सुधार के कारण ऐसा हुआ।

First Published - August 17, 2025 | 9:43 PM IST

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