पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस (पीएनबी एचएफसी) कार्लाइल गु्रप के नेतृत्व में निवेशकों को तरजीही निर्गम की मंजूरी हासिल करने के प्रस्ताव को रद्द करने वाले भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आदेश के खिलाफ प्रतिभूति अपीलीय पंचाट (सैट) में जाने, शेयर कीमतों के निर्धारण के लिए एक स्वतंत्र एवं पंजीकृत मूल्यांकक नियुक्त करने पर विचार कर रही है।
कंपनी ने इस सौदे का समर्थन किया है। उसका कहना है कि यह सौदा शेयरधारकों के हित में है और उसने सेबी मानकों का पालन किया है। इस घटनाक्रम से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘कंपनी इस पर विचार कर रही है कि असाधारण सामान्य बैठक (ईजीएम) में कौन से कदम उठाए जाएंगे।’
सेबी ने इस मॉर्गेज ऋणदाता को बताया है कि प्रतिभूति जारी करने और संबद्घ मामलों पर रिजोल्यूशन आवासीय वित्त कंपनी के आर्टीकल्स ऑफ एसोसिएशन (एओए) का ‘अल्ट्रा-वायरस’ यानी अधिकरों से परे था। रिजोल्यूशन (तरजीही आवंटन पर) तब तक कारगर नहीं होगा जब तक कि कंपनी स्वतंत्र, पंजीकृत मूल्यांकक द्वारा शेयरों का मूल्यांकन नहीं कराती।
बाजार नियामक ने कहा है कि कंपनी बोर्ड को शेयरों और वारंट के तरजीही निर्गम पर निर्णय लेने वक्त स्वतंत्र मूल्यांकक द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर विचार करना चाहिए।
आवास वित्त कंपनी निजी इक्विटी फर्म कार्लाइल ग्रुप और उसकी सहयोगियों को तरजीही आधार पर शेयर और वारंट जारी करने की योजना बना रही है। कार्लाइल गु्रप और उसकी सहयोगी कंपनियों ने मॉर्गेज ऋणदाता में 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने के लिए 4,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। वह तरजीही आवंटन पर विचार करने के लिए 22 जून को शेयरधारकों की ईजीएम बुलाई है। इक्विटी शेयरों और परिवर्तनीय वारंट के प्रस्तावित निर्गम के लिए कीमत 390 रुपये है।
प्रशासन संबंधित नियामक स्टेकहोल्डर्स इम्पावरमेंट सर्विसेज ने जून के शुरू में जारी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कार्लाइल गु्रप, आदित्य पुरी और अन्य को 390 रुपये के हिसाब से शेयर और वारंट आवंटित करने का पीएनबी एचएफसी का निर्णय ‘अनुचित’ था।
पीएनबी एचएफसी ने बीएसई को दी जानकारी में कहा है कि कंपनी ने संबंधित कानूनों के अनुरूप कार्य किया, जिनमें सेबी और एओए द्वारा निर्धारित मूल्य निर्धारण नियम भी शामिल थे।
पीएनबी एचएफसी ने कहा था कि कंपनी ने कंपनी की ऑडिटिक फर्म बीआर महेश्वरी ऐंड को. एलएलपी से तरजीही निर्गम के लिए मूल्यांकन रिपोर्ट (29 मई, 2021 को) हासिल की थी। फर्म के पार्टनर अमरेश सूद द्वारा इसकी समीक्षा और पुष्टि की गई थी। सूद एक पंजीकृत मूल्यांकक हैं। इसके अलावा प्रबंधन को मूल्यांकन रिपोर्ट (प्रमुख निवेशक द्वारा 31 मई, 2020 को मुहैया कराई गई) भी हासिल की थी। वह रिपोर्ट पंजीकृत मूल्यांकक विक्रम कैलाश जैन द्वारा जारी की गई थी।