मुश्किलों से जूझ रही एडटेक फर्म बैजूस के फिर से नकदी किल्लत की चपेट में आने की आशंका गहरा गई है। इसका उसके दैनिक परिचालन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और 15,000 कर्मियों को वेतन भुगतान में समस्या आ सकती है। राष्ट्रीय कंपनी विधि पंचाट (एनसीएलटी) ने 27 फरवरी के अपने आदेश में बैजूस को निर्देश दिया कि उसे राइट्स इश्यू से जो पैसा मिला है, उसे एस्क्रो खाते में रखे।
सूत्रों का कहना है कि इस पैसे को तब तक नहीं निकाला जा सकेगा, जब तक कि मामला सुलझ नहीं जाता। यह कंपनी के चार निवेशकों द्वारा बैजूस के खिलाफ दायर उत्पीड़न और कुप्रबंधन संबंधित याचिका का हिस्सा है।
इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘राइट्स इश्यू के जरिये हासिल होने वाली रकम से कंपनी को अगले कुछ महीनों तक परिचालन जारी रखने में मदद मिल सकती थी। लेकिन अब मामला निपटने तक इस पैसे को नहीं निकाला जा सकेगा।’
उन्होंने बताया कि बैजूस इस रकम का इस्तेमाल करने की अनुमति मांगने के लिए एनसीएलटी से अनुरोध कर सकती है। एनसीएलटी ने उसे निर्देश दिया था कि राइट्स इश्यू से प्राप्त रकम को अलग एस्क्रो खाते में रखा जाना चाहिए और इसे मामला सुलझने तक नहीं निकाला जाना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार, एडटेक फर्म को अपने राइट्स इश्यू के लिए सुपर प्रो-रेटा बेसिस पर कई मौजूदा निवेशकों से 20 करोड़ डॉलर का 100 प्रतिशत प्रतिबद्धता पहले ही मिल गई। यह राइट्स इश्यू 28 फरवरी को बंद हुआ। बैजूस को अब 30 दिन के अंदर ईजीएम बुलाने और अधिकृत शेयर पूंजी के संबंध में 50 प्रतिशत वोट हासिल करने की जरूरत है।
कंपनी के 20 करोड़ डॉलर के राइट्स इश्यू को लेकर बैजूस और उसके निवेशकों ने 27 फरवरी को एनसीएलटी में कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए एक याचिका दायर की थी। एनसीएलटी ने बैजूस से निवेशकों की याचिका का जवाब तीन दिन में देने को कहा और अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। पंचाट ने कंपनी मामलों के मंत्रालय और रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को भी नोटिस जारी किए।
विश्लेषकों का कहना है कि राइट्स इश्यू मौजूदा शेयरधारकों के लिए फर्म में अतिरिक्त नए शेयर खरीदने का निमंत्रण है। इस योजना का मुख्य तौर पर नकदी किल्लत से जूझ रही कंपनियों द्वारा कोष जुटाने के लिए ऐसे समय में इस्तेमाल किया जाता है, जब वाकई उन्हें इसकी जरूरत हो। इस तरह के राइट्स इश्यू में मौजूदा शेयरधारकों राइट्स नाम से प्रतिभूतियां दी जाती हैं जिनमें वे डिस्काउंट पर नए शेयर खरीद सकते हैं।
इस महीने के शुरू में, एडटेक फर्म के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी बैजू रवींद्रन ने कहा था कि कंपनी ने पिछले दो दिनों के दौरान कर्मचारियों को जनवरी का सभी बकाया वेतन दे दिया है। इसकी जानकारी 4 फरवरी को भी भेजे गए अन्य पत्र में कर्मचारियों को दी गई थी।