facebookmetapixel
सोना, चांदी और शेयर: मोतीलाल ओसवाल के एक्सपर्ट ने बताया- निवेश का नया फॉर्मूलाICICI Pru AMC का ₹10,600 करोड़ का IPO खुला, निवेश करें या रुकें? जानें ब्रोकरेज का नजरियाEquity Fund: कैसे चुनें पोर्टफोलियो के लिए ‘अच्छा’ इ​​​क्विटी फंड? एक्सपर्ट्स ने बताया सटीक फंडापगड़ी सिस्टम होगा खत्म? मुंबई के लाखों लोगों के लिए बड़ी खबरIndia Inc: कंपनियों के पास पैसा है, मांग नहीं! क्या यही वजह है इनसाइडर सेलिंग की?Gold, Silver price today: घरेलू बाजार में सोने के भाव रिकॉर्ड हाई पर, चांदी ऊंचाई से नीचे उतरीडॉलर के मुकाबले ₹90.70 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया, इस साल 6% टूटा; एशिया में सबसे कमजोर करेंसीवरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का निधन, 90 साल की उम्र में ली आ​खिरी सांसTop- 5 UPI Apps: दूसरी तिमाही में जोरदार तेजी; पॉपक्लब सबसे आगे, मोबिक्विक तेजी से बढ़ने वाले ऐप्स में शामिल₹29,445 करोड़ का SIP इनफ्लो: क्या म्युचुअल फंड्स का बेस्ट फेज लौट आया है?

ई-कॉमर्स में स्वनियमन की कवायद में बीआईएस

Last Updated- December 14, 2022 | 12:04 AM IST
e commerce in india

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ई-कॉमर्स के क्षेत्र में स्व नियमन के माध्यम से मानक तैयार करने की कवायद में लगा है। बीआईएस की डिप्टी डायरेक्टर पारुल गुप्ता ने कहा कि भारत में ई-कॉमर्स बहुत तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में यह कवायद की जा रही है कि सभी हिस्सेदार स्वनियमन के माध्यम से एक मानक तैयार करें।

गुप्ता ने बेंगलूरु में एक इंटरनेट कॉमर्स सम्मेलन में कहा, ‘अगर मानकीकरण हो जाता है तो कारोबार में शामिल लोगों को किसी जिंस या सेवा की किसी जगह बैठकर और किसी भी वक्त लेनदेन करने की सहूलियत मिल सकेगी।’ गुप्ता ने कहा कि बीआईएस ने हाल ही में ई-कॉमर्स कारोबारियों, ट्रैवल पोर्टलों और फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्मों के लिए एक मानक पेश किया था, जो ग्राहकों की ऑनलाइन समीक्षा को लेकर थी।

इसमें सरकार की कवायद थी कि फर्जी समीक्षाओं से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि इसका मकसद विनिर्माताओं द्वारा खुद अपने ही उत्पाद के बारे में वांछित व अवांक्षित विचारों की निगरानी करना है। पिछले कुछ साल के दौरान ग्राहकों द्वारा खरीदारी के फैसले को प्रभावित करने के लिए समीक्षाओं की भूमिका बढ़ी है और इसमें सही और फर्जी तमाम तरह की समीक्षाएं आती हैं। इमेज रिटेल की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि नियामक से इसमे हस्तक्षेप की मांग की गई है।

First Published - December 14, 2022 | 12:04 AM IST

संबंधित पोस्ट