बेवरेज क्षेत्र में क्षेत्रीय और अन्य प्रमुख कंपनियों से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। भारत में कोका-कोला कंपनी का कहना है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा कंपनी के लिए भी चुनौती बनी हुई है। हालांकि अटलांटा स्थित बेवरेज दिग्गज के अध्यक्ष और मुख्य वित्तीय अधिकारी जॉन मर्फी ने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में उसका पोर्टफोलियो मजबूत है, क्योंकि उसे यहां स्थानीय ब्रांडों से मदद मिल रही है।
मर्फी ने कहा, ‘भारत के मामले में, प्रतिस्पर्धियों में कैम्पा (कोला) इनमें से एक है। कई स्थानीय और क्षेत्रीय कंपनियां हैं जो बहुत अच्छा काम कर रही हैं। हमारे पास वरुण (बेवरेज) के दोस्त हैं जो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, और यह हमारे लिए चुनौती है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत में हमारा पोर्टफोलियो दुनिया में किसी भी अन्य स्थान की तुलना में अधिक मजबूत है, क्योंकि हमारे पोर्टफोलियो में थम्स अप, माजा और लिम्का जैसे स्थानीय ब्रांडों की ताकत है, जो हमें अन्य कई बाजारों में नहीं मिलती।’
उन्होंने कहा कि कंपनी को अपने पैरों पर खड़े रहना होगा, बदलाव लाना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वह उन क्षमताओं में निवेश करे जिनकी उसे जरूरत है। मर्फी ने कहा कि कंपनी के बारे में अच्छी बात यह है कि यह देश में लंबे समय से कारोबार कर रही है और इस अवधि में उसने इसे लेकर रणनीति तैयार की है कि कैसे और कहां दांव लगाना है और भारतीय बाजार में सफल होने के लिए कैसे प्रतिस्पर्धा करनी है।
ग्रामीण बाजारों में वृद्धि के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2025 में, यह ग्रामीण क्षेत्रों की मजबूती ही है, जिसे कंपनी एफएमसीजी कंपनियों के लिए साकार होते हुए देख रही है और यह उनकी कंपनी के लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में दायरे के बारे में बात करते हुए कहा कि 10 रुपये की कीमत भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया, ‘भारत में 10 रुपये की कीमत बहुत महत्वपूर्ण है, यह एक ऐसी कीमत है जिसके बारे में हम बहुत जागरूक हैं और इस पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि मुख्य चुनौती मार्जिन को बनाए रखना और उसे बढ़ाना तथा इसके लिए एक मॉडल तैयार करना है।