Bajaj Auto Q4FY24 Results: पुणे की दोपहिया व तिपहिया निर्माता बजाज ऑटो का कर पश्चात लाभ वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 35 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,936 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसे परिचालन राजस्व में 29 फीसदी की बढ़ोतरी से सहारा मिला और राजस्व 11,485 करोड़ रुपये रहा।
विदेशी बाजारों में चुनौतियां बरकरार रहने के बावजूद देसी कारोबार और स्थिर निर्यात से राजस्व वृद्धि को बल मिला। क्रमिक आधार पर हालांकि राजस्व व कर पश्चात लाभ 5 फीसदी घट गया।
बजाज ऑटो का शेयर बीएसई पर 1.1 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 9,017.75 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी के नतीजे ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के अनुमान के मुताबिक रहे, जिन्होंने समायोजित लाभ में सालाना आधार पर 29.6 फीसदी की उछाल और परिचालन राजस्व में 28.7 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान जताया था।
तिमाही के दौरान 125सीसी से ज्यादा क्षमता वाले मोटरसाइकल के क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी बढ़ी और वाणिज्यिक वाहन (तिपहिया) की बिक्री 1 लाख वाहन से ज्यादा रही। इसके अलावा इलेक्ट्रिक तिपहिया के वॉल्यूम में वृद्धि जारी रही क्योंकि कंपनी ने अपने नेटवर्क का विस्तार 60 शहरों तक कर दिया।
इलेक्ट्रिक स्कूटर चेतक का तिमाही वॉल्यूम चौथी तिमाही में सबसे ज्यादा रहा, वहीं ट्रायम्फ का वॉल्यूम 18,800 रहा। ट्रायम्फ का करीब 70 फीसदी वॉल्यूम विदेशी बाजारों में सीड प्रॉडक्ट के तौर पर गया। निर्यात राजस्व सालाना आधार पर 20 फीसदी बढ़ा।
बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने कहा कि कंपनी ने चौथी तिमाही में चेतक की करीब 40 हजार इकाइयां बेची, जो पूरे वित्त वर्ष 2023 की बिक्री से ज्यादा है। शर्मा ने हालांकि चेतक के पूरे साल के बिक्री आंकड़े साझा नहीं किए।
बजाज ऑटो चेतक के नेटवर्क का विस्तार अगले चार-पांच महीने में 200 आउटलेट से 600 आउटलेट कर रही है। शर्मा को लगता है कि वित्त वर्ष 24 में इलेक्ट्रिक दोपहिया ने बेहतर नहीं किया, और उच्च गति वाले मॉडलों में करीब 28 फीसदी का इजाफा हुआ। सब्सिडी की वापसी के बाद वित्त वर्ष 25 में वृद्धि ठीक रहने का अनुमान है।
शर्मा ने कहा, मई में हम चेतक ब्रांड के तहत नए उत्पाद उतारेंगे और हम चेतक के लिए ज्यादा अत्याधुनिक तकनीक पर निवेश कर रहे हैं। निर्यात के मामले में बजाज यूरोप में नए बाजार तलाश रही है औ्र क्यूट के साथ मिस्र के बाजार में दोबारा उतर रही है। अप्रैल 2022 के बाद मिस्र को निर्यात रोक दिया गया था।
पूरे वित्त वर्ष के लिए परिचालन राजस्व 23 फीसदी बढ़कर अब तक के सर्वोच्च स्तर 44,685 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, वहीं कर पश्चात लाभ 33 फीसदी बढ़कर 7,479 करोड़ रुपये के सर्वोच्च स्तर पर रहा। 8,285 करोड़ रुपये पर कंपनी का एबिटा भी सालाना आधार पर 35 फीसदी की वृद्धि के साथ सर्वोच्च स्तर पर रहा।