एक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में ₹7,118 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया है। पिछली तिमाही के मुकाबले बैंक की करेंट और सेविंग्स अकाउंट डिपॉजिट में 10% की बढ़त और कुल डिपॉजिट में 7% का इज़ाफा हुआ, जिससे मुनाफे को मजबूती मिली। हालांकि पिछले साल इसी तिमाही में मुनाफा ₹7,130 करोड़ था, जो इस बार से थोड़ा ज्यादा था।
चौथी तिमाही में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 6% बढ़कर ₹13,811 करोड़ पहुंच गई, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹13,089 करोड़ थी। नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) तिमाही-दर-तिमाही 4 बेसिस पॉइंट बढ़कर 3.97% हो गया। पूरे साल के लिए यह 3.98% रहा।
बैंक का ग्रॉस एनपीए यानी बैड लोन चौथी तिमाही में घटकर 1.28% रह गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 1.43% था। इस दौरान बैंक की फीस से कमाई साल-दर-साल 12% और पिछली तिमाही के मुकाबले 16% बढ़ी। खासकर रिटेल फीस इनकम में 22% की तिमाही बढ़त रही और कुल फीस का 94% हिस्सा छोटे-छोटे सोर्स से आया।
सालाना आधार पर बैंक की कुल डिपॉजिट में 10% की बढ़त हुई, वहीं टर्म डिपॉजिट में 14% की बढ़त सालाना और तिमाही दोनों आधार पर रही। करेंट अकाउंट 6% और सेविंग्स अकाउंट 3% सालाना बढ़े।
कुल कर्ज यानी नेट एडवांस में 8% सालाना और 3% तिमाही वृद्धि हुई। रिटेल लोन 7% Y-o-Y और 3% Q-o-Q बढ़े। छोटे और मझोले कारोबार (SME) को दिए गए लोन में 14% सालाना और 4% तिमाही वृद्धि हुई, जबकि कॉरपोरेट लोन में 8% सालाना ग्रोथ देखी गई।
बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) 17.07% रहा, जिसमें से कॉमन इक्विटी टियर-1 रेशियो 14.67% रहा। यह साल में 93 बेसिस पॉइंट और तिमाही में 6 बेसिस पॉइंट बढ़ा है। डिजिटल लेनदेन की बात करें तो एक्सिस बैंक UPI पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर 32% मार्केट शेयर के साथ मजबूत स्थिति में बना हुआ है।
FY25 में बैंक की ऑपरेटिंग इनकम 13% बढ़कर ₹42,104 करोड़ रही, जबकि ऑपरेटिंग खर्च की वृद्धि घटकर 6.5% रही। पूरे साल में बैंक का शुद्ध मुनाफा (PAT) ₹26,373 करोड़ रहा, जो सालाना 6% ज्यादा है। बैंक की रिटर्न ऑन एसेट (RoA) 1.77% और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 16.89% रही। एक्सिस बैंक ने FY25 में संतुलित ग्रोथ के साथ अपनी बैलेंस शीट और डिजिटल मौजूदगी दोनों को और मजबूत किया है। बैंक का फोकस रिटेल, SME और डिजिटल सेवाओं पर बना हुआ है, जिससे आगे भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।