भारत का प्रीमियम स्मार्टफोन बाजार (30,000 रुपये से अधिक वाला) इस साल सफलता की राह पर बढ़ रहा है और अनुमान है कि इसमें पिछले साल की तुलना में कैलेंडर वर्ष 23 में 65 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि होगी।
हालांकि बुरी खबर यह है कि स्मार्टफोन की कुल बिक्री में दो प्रतिशत तक की गिरावट का अनुमान है क्योंकि उपभोक्ताओं को अपने पुराने फोन अपग्रेड करने में ज्यादा वक्त लग रहा है। इसके अलावा कई लोग नए मॉडलों के बजाय प्रीमियम सेकंड-हैंड फोन खरीद रहे हैं। यह जानकारी काउंटरपॉइंट रिसर्च के आंकड़ों पर आधारित है।
लेकिन आईफोन के कई उपयोग कर्ताओं द्वारा हाई-एंड आईफोन प्रो, जिसकी कीमत 1,00,000 रुपये से अधिक की होती है, में अपग्रेड करने की वजह से Apple इंक इस टॉप-एंड स्मार्टफोन श्रेणी का बड़ा हिस्सा हासिल करने में कामयाब रही है, जबकि प्रतिस्पर्धी सैमसंग ने इस श्रेणी में अपनी हिस्सेदारी में तुलनात्मक रूप से गिरावट देखी है।
एक लाख रुपये से अधिक वाली फोन श्रेणी में Apple की हिस्सेदारी कैलेंडर वर्ष 23 के आखिर तक 39 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है, जो कैलेंडर वर्ष 2022 की 35 प्रतिशत हिस्सेदारी से अधिक है। सैमसंग अपने फोल्डेबल स्मार्टफोन के साथ इस श्रेणी की प्रमुख कंपनी है। इसी अवधि के दौरान इसकी हिस्सेदारी 65 प्रतिशत से घटकर 59 प्रतिशत होने का अनुमान है।
हालांकि 50,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये तक वाले मूल्य दायरे में सैमसंग को कैलेंडर वर्ष 23 में 13 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी तक पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की तुलना में दो प्रतिशत अंक का इजाफा है। इसके फ्लिप फोन की सफलता से ऐसा हुआ है।
दूसरी तरफ एक लाख रुपये से कम कीमत वाले बेसिक आईफोन 14 और आईफोन 15 में Apple इंक की बाजार हिस्सेदारी में चार प्रतिशत अंक तक की गिरावट देखी गई है, भले ही इसने कैलेंडर वर्ष 23 में 74 प्रतिशत की बड़ी हिस्सेदारी के साथ इस श्रेणी पर दबदबा बनाए रखा हो।
शुरुआती स्तर वाली प्रीमियम श्रेणी, जिसकी कीमत 30,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये के बीच होती है, में सैमसंग कैलेंडर वर्ष 23 तक अपनी बाजार हिस्सेदारी अनुमानित रूप से 34 प्रतिशत तक बढ़ाने में सक्षम रहा है, जो कैलेंडर वर्ष 2022 की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी से अधिक है। इस क्षेत्र में Apple की हिस्सेदारी आईफोन 13 जैसे इसके कुछ पुराने फोन तक सीमित है। इस श्रेणी में सैमसंग को वन प्लस से टक्कर मिल रही है।
प्रीमियम बाजार में बदलावों के बारे में भारत में काउंटरपॉइंट रिसर्च के संस्थापक नील शाह का कहना है कि सैमसंग के मामले में संयोजन पिछले साल एक लाख रुपये से अधिक वाले फोल्डिंग फोन से इस साल फ्लिप फोन (जैसे सैमसंग गैलेक्सी जेड फ्लिप 5) में तब्दील हो रहा है, जो एक लाख रुपये से कम वाले हैं। Apple का ज्यादा मेमरी वाला वेरिएंट प्रो बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।