फार्मईजी की मूल कंपनी एपीआई होल्डिंग्स ने स्टार्टअप इकाई एक्नामेड में बहुलांश हिस्सेदारी खरीद ली है। एपीआई होल्डिंग्स स्वास्थ्य क्षेत्र में आपूर्ति व्यवस्था के कारोबार से जुड़ी इस स्टार्टअप इकाई में शुरुआत में 308 करोड़ रुपये निवेश कर रही है। सौदे की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि फार्मईजी करीब 1,000 करोड़ रुपये का यह अधिग्रहण अगले कुछ महीनों में पूरा कर लेगी। इस वर्ष फार्मईजी का यह तीसरा अधिग्रहण होगा।
नियामक को दी गई जानकारी के अनुसार फार्मईजी ने एक्नामेड में 9,75,937 शेयर खरीदे हैं। फार्मईजी अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की योजना पर भी काम कर रही है। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि एक्नामेड के संस्थापक अपनी कंपनी में बने रहेंगे और एपीआई होल्डिंग्स का हिस्सा बनेंगे। खबरें आई थीं कि फार्मईजी एक्नामेड की मूल कंपनी एक्ना मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण करने की योजना पर काम कर रही थी।
एक सूत्र ने कहा, ‘एपीआई होल्डिंग्स ने एक्नामेड के संस्थापकों से कंपनी का नियंत्रण खरीद लिया है। अगले कुछ महीनों में एपीआई होल्डिंग्स दूसरे शेयरधारकों की हिस्सेदारी भी खरीद लेगी।’ लाइटस्टोन फंड की एक्नामेड में करीब 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एक्नामेड की स्थापना 2018 में हुई थी। कंपनी अस्पतालों को आपूर्ति व्यवस्था से जुड़ी सेवाएं देती है। महादेवन नारायणमुनि और सौरभ पांडेय ने इस कंपनी की स्थापना की थी और बाद में मयंक कपूर, वरुण वोहरा तथा शौनक जोशी भी इसके संस्थापक सदस्य बन गए। नियामक को सौंपी गई जानकारी के अनुसार एक्नामेड की कीमत 30 जून 2021 तक 727 करोड़ रुपये आंका गया था।
इस साल अभी तक फार्मईजी दो कंपनियों का अधिग्रहण कर चुकी है और यह तीसरी कंपनी होगी जिसका अधिग्रहण वह अगले कुछ महीनों में करेगी। जून में एपीआई होल्डिंग्स ने कहा था कि वह थायरोकेयर में 66.1 प्रतिशत हिस्सेदारी 4,546 करोड़ रुपये में खरीद रही है। कंपनी ने शेष 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 1,788 करोड़ रुपये की खुली पेशकश की थी। इससे पहले मई में फार्मईजी ने दवा क्षेत्र की कंपनी मेडीलाइफ का अधिग्रहण 20 करोड़ डॉलर में किया था।
उधर एक्नामेड ने हाल में ही वद्र्घमान हेल्थ स्पेशियलिटीज भी अधिग्रहण किया है। कंपनी ने इस सौदे पर 3.5 करोड़ डॉलर खर्च किए हैं। फार्मईजी ने हाल में प्रोसस वेंचर्स और टीपीजी ग्रोथ से 32.2 करोड़ डॉलर रकम जुटाई थी, जिसमें उसकी कीमत करीब 150 करोड़ डॉलर आंकी गई थी।