पिछले साल अगस्त में वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने वाली आकाश एयर (Akasa Air) के लोड फैक्टर में अप्रैल के दौरान सभी प्रमुख विमानन कंपनियों में से मासिक आधार पर सबसे ज्यादा सुधार नजर आया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार आकाश एयर का लोड फैक्टर अप्रैल में 11 प्रतिशत से भी अधिक तक बढ़ गया।
नकदी संकट से जूझ रही स्पाइसजेट (SpiceJet) ने अप्रैल में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा लेकिन इसका लोड फैक्टर मार्च के 92.83 प्रतिशत से कुछ कम होकर अप्रैल में 91.57 प्रतिशत हो गया।
भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो (IndiGo) लोड फैक्टर में सुधार के मामले में दूसरे स्थान पर रही, जो मार्च के 84.1 प्रतिशत की तुलना में अप्रैल में 87.46 प्रतिशत रहा। लोड फैक्टर विमानों की उन सीटों का प्रतिशत बताता है, जो विमानन कंपनी अपने विमानों में भरने में कामयाब रही है।
टाटा समूह (Tata Group) द्वारा संचालित सभी तीन विमानन कंपनियों – एयर इंडिया (Air India), एयरएशिया इंडिया (AirAsia India) और विस्तारा (Vistara) ने अप्रैल में अपने लोड फैक्टर में सुधार किया।