भारत में 5जी सेवाओं को लेकर उत्साहित दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने आज कहा कि वह अब मिलीमीटर बैंड पर इन सेवाओं का परीक्षण करने के लिए तैयार है। इस बैंड को अगली पीढ़ी की 5जी सेवाओं के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है।
हालांकि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को इन बैंडों में स्पेक्ट्रम के लिए मूल्य निर्धारित करना अभी बाकी है।
भारती एयरटेल के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी रणदीप सिंह सेखों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘हमारे अगले दौर के परीक्षण मिलीमीटर तरंगों पर होंगे।’ दूरसंचार विभाग ने विभिन्न बैंडों में रेडियो तरंगों के लिए आधार कीमत, क्वांटम एवं अन्य सभी औपचारिकताएं निर्धारित करने के लिए ट्राई से संपर्क किया है। इन बैंडों में 700 मेगाहट्र्ज, 800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज, 1800 मेगाहट्र्ज, 2100 मेगाहट्र्ज, 2300 मेगाहट्र्ज और 2500 मेगाहट्र्ज के रूप में 3300 से 3600 मेगाहट्र्ज बैंड शामिल हैं जिन्हें पिछले दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी में शामिल नहीं किया गया था। इसके अलावा इसमें मिलीमीटर वेब बैंड (24.25 से 28.5 गीगाहट्र्ज) भी शामिल हैं।
कंपनी ने घोषणा की है कि उसने एरिक्सन के साथ मिलकर देश के ग्रामीण क्षेत्रों में पहले 5जी नेटवर्क का परीक्षण किया है। इससे पता चला कि डिजिटल खाई को पाटने के लिए 5जी में काफी संभावनाएं मौजूद हैं। यह परीक्षण दिल्ली एनसीआर के बाहरी इलाके में मौजूद भाईपुर ब्रामनन गांव में किया गया। इसमें दूरसंचार विभाग द्वारा एयरटेल को आवंटित 5जी परीक्षण स्पेक्ट्रम का उपयोग किया गया। इस परीक्षण ने उन्नत मोबाइल ब्रॉडबैंड (ईएमबीबी) और फिक्स्ड वायरलेस ऐक्सेस (एफडब्ल्यूए) सेवा जैसे समाधानों के जरिये हाई स्पीड ब्रॉडबैंड तक पहुंच के लिए सक्षम करते हुए डिजिटल विभाजन को पाटने की दिशा में 5जी द्वारा पेश की गई विशाल क्षमता को प्रदर्शित किया।
5जी प्रौद्योगिकी वर्चुअल तरीके से सभी को जुडऩे और हल्ट्रा-हाई स्पीड से मशीनों, उपकरणों को संचालित करने में समर्थ बनाएगी।
एरिक्सन के प्रमुख (दक्षिण पूर्व एशिया, ओशियाना एवं भारत) नुनजियो मिरटिलो ने कहा कि 5जी प्रौद्योगिकी देश में एक सामाजिक आर्थिक गुणक के तौर पर काम करेगी।
सेखों ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, ‘5जी एक परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी होगी क्योंकि वह एफडब्ल्यूए जैसे उपयोग के जरिये दूर-दराज के क्षेत्रों तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगी। इस प्रकार यह कहीं अधिक समावेशी डिजिटल अर्थव्यवस्था में योगदान करेगी।’ इस साल जनवरी में दोनों कंपनियों ने हैदराबाद में 1800 मेगाहट्र्ज उदारीकृत रेडियो तरंगों की व्यावसायिक रूप से तैनाती के साथ स्पेक्ट्रम साझा करने की एरिक्सन की क्षमताओं को भी प्रदर्शित किया है ताकि उपभोक्ताओं को एक लाइव वाणिज्यिक नेटवर्क से 5जी का पहला अनुभव दिया जा सके। मई में केंद्र सरकार ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को एयरवेव आवंटित करके देश में 5जी परीक्षण करने की प्रक्रिया शुरू की।
