facebookmetapixel
डायबिटीज के लिए ‘पेसमेकर’ पर काम कर रही बायोरैड मेडिसिसMeta-WhatsApp डेटा साझेदारी मामले में सीसीआई ने एनसीएलएटी से मांगा स्पष्टीकरणशांघाई सहयोग संगठन की बैठक में बोले जयशंकर, आर्थिक संबंधों का हो विस्तारसीमेंट ढुलाई बढ़ाने के लिए रेलवे की नई टर्मिनल नीति लागू, पांच साल में हिस्सेदारी 50% तक लाने का लक्ष्यकर्नाटक ने स्पेसटेक पॉलिसी लॉन्च की, 2034 तक भारत के अंतरिक्ष बाजार में 50% हिस्सेदारी का लक्ष्यछोटे शहरों में नए होटलों को टैक्स लाभ देने की मांग तेज, FHRAI ने बजट 2026 में रखा बड़ा प्रस्तावविकसित देशों से जलवायु प्रतिबद्धता निभाने की अपील, भूपेंद्र यादव ने COP30 में रखी अपनी मांगबिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: उत्तर प्रदेश में निवेश व विकास पर मंथन 19 नवंबर कोडिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए बनेगा दुनिया का पहला IDPIC, बैंकिंग सुरक्षा में आएगा बड़ा बदलावबजट 2026-27 से पहले कंपनियों की बड़ी मांग: डिमर्जर प्रक्रिया को कर-मुक्त बनाया जाए

वित्त वर्ष-24 में 20 फीसदी बढ़ेगा हवाई परिवहन, जुड़ेंगे 130 और विमान

ईंधन की लागत और घटते प्रतिफल से विमानन कंपनियों पर दबाव : सीएपीए इंडिया

Last Updated- March 20, 2023 | 10:49 PM IST
Air traffic to grow 20% in FY24 as Indian carriers add 132 aircraft: Report

देसी व अंतरराष्ट्रीय यात्रिघयों का हवाई परिवहन वित्त वर्ष 24 में 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ेगा, जिसे बेड़े में इजाफा से सहारा मिलेगा। भारतीय विमानन कंपनियां कमजोर रुपये और ईंधन की बढ़ती लागत से 1.6 से 1.8 अरब डॉलर का नुकसान उठाएंगी। सीएपीए ने ये बातें कही है।

सीएपीए इंडिया ने अपने सालाना आउटलुक में कहा है, भारतीय विमानन कंपनियां यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए वित्त वर्ष 2024 में 132 विमान जोड़ सकती हैं। एयर इंडिया 53 विमान अपने बेड़े में शामिल कर सकती है जबकि इंडिगो 49 विमान जोड़ सकती है। भारतीय विमानन कंपनियों के बेड़े का संयुक्त आकार मार्च 2023 के 684 के मुकाबले मार्च 2024 में बढ़कर 816 हो जाएगा।

देसी हवाई परिवहन सालाना आधार पर 20 फीसदी बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 16 करोड़ यात्री तक पहुंच जाएगा, वहीं अंतरराष्ट्रीय परिवहन 22 से 27 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7.2 से 7.5 करोड़ हो जाएगा। सीएपीए इंडिया ने कहा, किफायती विमानन कंपनियों की तरफ से अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर बढ़ी क्षमता की तैनाती से परिवहन में काफी ज्यादा इजाफा होगा।

देसी यात्री ​परिवहन कैलेंडर वर्ष 2022 में सालाना आधार पर 47.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 12.32 करोड़ पर पहुंच गया। यह जानकारी डीजीसीए के आंकड़ों से मिली।

एटीएफ की बढ़ी लागत और घटते प्रतिफल से विमानन कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा। उद्योग का नुकसान वित्त वर्ष 24 में 1.6 अरब डॉलर से 1.8 ‍अरब डॉलर तक होने का अनुमान है। पूर्ण सेवा देने वाली विमानन कंपनियों का नुकसान 1.1 से 1.2 अरब डॉलर होगा जबकि किफायती विमानन कंपनियों का नुकसान 0.5 से 0.6 अरब डॉलर होगा।

First Published - March 20, 2023 | 10:49 PM IST

संबंधित पोस्ट