फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी समूह (Foxconn Technology Group) देश में ऐपल एयरपॉड (Apple Airpod) असेंबल करने के लिए नया संयंत्र स्थापित करने की योजना पर काम कर रहा है।
यह इकाई तेलंगाना (Telengana) या कर्नाटक (Karnataka) में स्थापित करने पर बातचीत चल रही है और यह निवेश लगभग 20 करोड़ डॉलर होने की संभावना है।
ताइवान की कंपनी ने कुछ ही दिन पहले फॉक्सकॉन के वैश्विक मुख्य कार्याधिकारी योंग लुई (Young Lui) की भारत यात्रा के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए इन राज्यों में निवेश के वास्ते करार पर हस्ताक्षर किए थे।
हालांकि भारत में फॉक्सकॉन इंडिया के प्रतिनिधि वी ली से पूछे गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला। ऐपल ने भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
Apple Inc पहले ही भारत में एयरपॉड्स के साथ एक अप्रत्यक्ष कोशिश कर चुकी है, क्योंकि पुणे में इसकी अमेरिका की आपूर्तिकर्ता जैबिल इंक (Jabil Inc) पहले से ही एयरपॉड एनक्लोजर की आपूर्ति कर रही है और इसे चीन तथा वियतनाम के कारखानों को भेज रही है।
वर्तमान में क्यूपर्टिनो की कंपनी कई आपूर्तिकर्ताओं के साथ चीन और वियतनाम में एयरपॉड का निर्माण करती है, जिनमें लक्सशेयर प्रेसिजन इंडस्ट्रीज और इन्वेंटेक सबसे बड़ी कंपनियां हैं।
लक्सशेयर भारत में नई नहीं है। इसने वर्ष 2020 में तमिलनाडु के साथ राज्य में मोटोरोला की बंद इकाई 750 करोड़ रुपये में खरीदने का सौदा किया था। अलबत्ता इसे भारत में एयरपॉड असेंबल करने के लिए नहीं रखा गया है।
आईफोन की सफलता के बाद ऐपल के लिए एयरपॉड ऐसा दूसरा प्रमुख उत्पाद होगा, जिसे ‘मेक इन इंडिया’ टैग के साथ तैयार किया जाएगा।
कैनालिस के अनुसार वर्ष 2022 में 22.6 प्रतिशत वैश्विक बाजार भागीदारी के साथ ऐपल इंक वैश्विक तौर पर वियरेबल मार्केट में सबसे बड़ी कंपनी रही है, जिसके बाद श्याओमी (17.1 प्रतिशत) का स्थान है। एक अनुमान के अनुसार एयरपॉड की वैश्विक वैल्यू 2021 में 12 अरब डॉलर से अधिक थी, जो आईफोन बिक्री के मुकाबले काफी कम है।
Apple Inc ने शुरू में अपनी विक्रेता चीनी दिग्गज बीवाईडी के जरिये देश में आईपैड बनाने के लिए भारत में असफल प्रयास किया था, लेकिन सरकार से यह संकेत मिलने के बाद उसने योजना पूरी तरह टाल दी कि दो देशों के बीच भूराजनीतिक तनाव की वजह से इस परियोजना पर रोक लगाई जा सकती है।
हालांकि बीवाईडी ने वियतनाम में आईपैड संयंत्र स्थापित किया।
सूत्रों का कहना है कि कंपनी आईटी उत्पादों के लिए संशोधित उत्पादन-केंद्रित रियायत योजना पर भी ध्यान दे रही है। इन उत्पादों को जल्द पेश किया जा सकता है और लैपटॉप असेंबल की योजना को भी सफल बनाया जा सकता है। मौजूदा समय में ज्यादातर लैपटॉप चीन में असेंबल होते हैं, लेकिन 2023 से इनमें से कुछ को फॉक्सकॉन द्वारा वियतनाम में तैयार किया जाएगा।
फॉक्सकॉन के लिए नए संयंत्र के लिए 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाना है और कंपनी पीएलआई योजना के तहत तमिलनाडु में आईफोन निर्माण के लिए अपने संयंत्र पर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक पहले ही निवेश कर चुकी है जिससे 35,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है।
कंपनी ने भारत एफआईएच के जरिये भी देश में निवेश किया है। भारत एफआईएच गैर-ऐपल फोन बनाती है।