देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी बंदरगाह परिचालक अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (Adani Ports & SEZ) ने गुरुवार को कहा कि उसने विवादास्पद म्यांमार पोर्ट की बिक्री 3 करोड़ डॉलर में पूरी कर ली है। बिक्री की यह रकम पोर्ट की आखिरी निवेश कीमत से 12 करोड़ डॉलर कम है।
APSEZ के मुख्य कार्याधिकारी व पूर्णकालिक सदस्य करण अदाणी ने कहा, यह निकासी APSEZ बोर्ड के दिशानिर्देश के मुताबिक है, जो अक्टूबर 2021 में जोखिम समिति की तरफ से की गई सिफारिश पर आधारित है।
मई में APSEZ ने अपने म्यांमार पोर्ट की बिक्री के लिए शेयर खरीद करार पर हस्ताक्षर का ऐलान किया था। इस करार में कुछ निश्चित शर्तें थीं, जिनमें परियोजना को पूरा करना और कारोबार के उचित परिचालन के लिए प्रासंगिक मंजूरी शामिल है।
APSEZ ने एक बयान में कहा, मंजूरी प्रक्रिया में लगातार देरी और कुछ अन्य चुनौतियों को देखते हुए APSEZ ने जहां है जैसे है के आधार पर स्वतंत्र मूल्यांकन किया। इसके बाद खरीदार व विक्रेता ने बातचीत की और 3 करोड़ डॉलर की कीमत पर पहुंचे। खरीदार यह रकम विक्रेता की तरफ से सभी आवश्यक अनुपालन को पूरा करने के तीन कारोबारी दिवस के भीतर चुकाएगा।
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APSEZ की तरफ से दी गई नियामकीय जानकारी के मुताबिक, खरीदार एक फर्म है जिसका नाम सोलर एनर्जी लिमिटेड है। इसके बारे में बाकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
कुल रकम मिलने के बाद APSEZ इक्विटी का हस्तांतरण खरीदार को करेगी और उससे कंपनी की पूरी तरह निकासी हो जाएगी।