अदाणी समूह ने मार्च 2025 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान रिकॉर्ड आय दर्ज की और समेकित एबिटा 89,806 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। मुख्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निरंतर विस्तार और इसके पोर्टफोलियो में अधिक परिचालन नकदी की आवक से ऐसा हुआ। समूह ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि उसकी सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा वित्त वर्ष 2024 में दर्ज 82,976 करोड़ रुपये की तुलना में समूह का एबिटा 8.2 प्रतिशत बढ़ा।
ऊर्जा और लॉजिस्टिक से लेकर सीमेंट और खनन क्षेत्र में कारोबार करने वाले समूह ने 1.26 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की भी सूचना दी। यह अब तक का सबसे अधिक है और अगले छह साल के दौरान उसकी 100 अरब डॉलर का भारी निवेश करने की योजना है। यह निवेश इस बात को दर्शाता है कि समूह दीर्घावधि वाली बुनियादी ढांचा परिसंपत्तियों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिनमें अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं, पारेषण नेटवर्क, बंदरगाह और तांबा गलाने वाली नई इकाई शामिल है।
वर्ष के दौरान परिसंपत्तियों पर रिटर्न 16.5 प्रतिशत रहा। इसके बारे में कंपनी ने कहा कि यह इसे वैश्विक स्तर पर सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले बुनियादी ढांचा कारोबारों में शामिल करता है। समूह की सकल संपत्ति वित्त वर्ष 2019 के बाद से 25 प्रतिशत से ज्यादा की चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़कर 6.1 लाख करोड़ रुपये (71.2 अरब डॉलर) तक पहुंच गई है।
अपनी वृद्धि के साथ-साथ समूह ने अपना कर्ज भी कम कर दिया है। शुद्ध ऋण-एबिटा अनुपात घटकर 2.6 गुना रह गया जो वित्त वर्ष 2019 में 3.8 गुना था। नकदी दमदार बनी हुई है और नकदी शेष 53,843 करोड़ रुपये (6.3 अरब डॉलर) है, जो सकल ऋण की लगभग 18.5 प्रतिशत है। बयान में कहा गया है कि उधार लेने की औसत लागत भी पहली बार आठ प्रतिशत से नीचे आ गई।
देशी की सबसे बड़ी निजी बंदरगाह परिचालक कंपनी अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के जरिये 6,000 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। कंपनी के निदेशक मंडल ने गुरुवार को अपनी बैठक में एनसीडी जारी करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।
प्रस्तावित एनसीडी के जरिये जुटाई गई राशि का इस्तेमाल कंपनी के पूंजीगत व्यय, मौजूदा ऋण को सस्ती ब्याज दर वाले ऋण से चुकाने और कॉरपोरेट संबंधी सामान्य उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। यह पैसा निजी नियोजन के आधार पर एक या अधिक किस्तों में जुटाया जा सकता है। इस एनसीडी को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और/या नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध किया जाएगा।