अदाणी ग्रुप (Adani group) की दो कंपनियां स्थानीय मुद्रा बॉन्ड के जरिये 1,498 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मर्चेंट बैंकरों के साथ बातचीत कर रही हैं। ग्रुप की तरफ से यह कदम मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में 10,000 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अदाणी ग्रुप की ये योजनाएं स्थानीय बॉन्ड बाज़ारों में अस्थायी वापसी का हिस्सा हैं। अमेरिका की शार्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Report) आने के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए थे। रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर शासन संबंधी आरोप लगाए गए थे जिसका समूह ने हालांकि पूरी तरह से खंडन किया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में बैंकर्स के हवाले से कहा गया कि सबसे पहले अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स और अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन स्थानीय बॉन्ड मार्केट से फंड जुटाएंगी।
पांच साल तक के बॉन्ड जारी करने पर विचार
अदाणी समूह के योजनाओं से सम्बंधित जानकारी रखने वाले एक बैंकर ने बताया कि ग्रुप सितंबर तक पांच साल तक के बॉन्ड जारी करने पर विचार कर रहा है।
एक अन्य बैंकर के अनुसार, “अदाणी ग्रुप अपनी सिक्योरिटीज के लिए निवेशकों की भूख को टेस्ट कर रहा है और बाजार में तभी प्रवेश करेगा जब मांग में सुधार होगा।”
बैंकरों ने कहा कि समूह की प्रमुख अदानी एंटरप्राइजेज के साथ-साथ अदानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई भी संभावित ऋण मुद्दों के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि, योजनाओं को अंतिम रूप तभी दिया जाएगा जब बाजार नियामक हिंडनबर्ग के आरोपों की जांच पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगा, जो कि सोमवार तक की जा सकती है।