भारतीय अरबपति गौतम अदाणी की रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) 1.8 अरब डॉलर तक जुटाने के लिए विदेशी ऋणदाताओं के एक समूह के साथ बातचीत कर रही है। मामले से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी।
नाम न छापने की शर्त पर उन लोगों ने बताया कि इस ऋण के जरिये प्राप्त होने वाली राशि का इस्तेमाल कंपनी सोलर और पवन परियोजनाओं में नई क्षमता बनाने के लिए करेगी।
सूत्रों के अनुसार, विदेशी ऋणदाताओं के ग्रुप में बार्कलेज पीएलसी, बीएनपी पारिबा एसए, डॉयचे बैंक एजी, फर्स्ट अबू धाबी बैंक पीजेएससी, रबोबैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी शामिल हैं। अदाणी ग्रुप के एक प्रतिनिधि इस योजना को लेकर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
यह सौदा एशिया के 20 सबसे बड़े प्रमुख मुद्रा ऋणों में से एक होगा
हालांकि, सौदा अभी पूरा नहीं हुआ है और ऋण की शर्तें अभी भी बदल सकती हैं। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, यदि इस सौदे पर दिसंबर के अंत से पहले हस्ताक्षर किए जाते हैं, तो यह इस साल एशिया के 20 सबसे बड़े प्रमुख मुद्रा ऋणों में से एक होगा।
बता दें कि अदाणी ग्रुप की तरफ से यह कदम एसीसी (ACC) और अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) के अधिग्रहण के लिए लिए गए 3.5 अरब अमेरिकी डॉलर के लोन का रिफाइनेंस करने के कुछ हफ्तों बाद लिया जा रहा है।
पूंजी जुटाना एक और संकेत है कि समूह ने इस साल की शुरुआत में शॉर्टसेलर फर्म हिंडनबर्ग के हमले का सामना करने के बाद कम से कम आंशिक रूप से निवेशकों का विश्वास हासिल करना चाह रहा है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण कुछ बैंकों को समूह के ऋण री-फाइनेंस पर रोक लगानी पड़ी थी।