भारतीय आईटी सेवा कंपनियों ने 2023 की ब्रांड फाइनैंस रिपोर्ट की रैंकिंग में अपनी स्थिति मजबूत बनाई है। एक्सेंचर (Accenture) ने वैश्विक तौर पर बेहद मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांड के तौर पर अपनी पहचान बनाई है।
इस रैंकिंग में टीसीएस और इन्फोसिस दूसरे और तीसरे सर्वाधिक मूल्यवान ब्रांड बने हुए हैं, जबकि उनके ब्रांड मूल्य में 2 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज किया गया है।
एक्सेंचर लगातार पांचवें वर्ष शीर्ष पायदान पर बनी रही। एक्सेंचर 100 में से 87.8 ब्रांड स्ट्रेंग्थ इंडेक्स (बीएसआई) स्कोर और एएए ब्रांड रेटिंग के साथ रैंकिंग में सबसे मजबूत आईटी सेवा ब्रांड भी है।
टीसीएस का ब्रांड मूल्य 2 प्रतिशत तक बढ़कर 17.2 अरब डॉलर हो गया। ब्रांड फाइनैंस रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्राहकों द्वारा विभिन्न हाइब्रिड कामकाजी प्रणालियों को अपनाने पर जोर दिए जाने की वजह से टीसीएस ने उनके लिए कई अनुकूल प्रोग्राम मुहैया कराए।
इन्फोसिस का ब्रांड मूल्य 2 प्रतिशत बढ़कर 13 अरब डॉलर
इन्फोसिस का ब्रांड मूल्य 2 प्रतिशत बढ़कर 13 अरब डॉलर हो गया और वह वैश्विक तौर पर शीर्ष तीन सर्वाधिक मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांडों में अपनी हैसियत मजबूत बनाने में सफल रही है। एएए रेटिंग से इन्फोसिस को दुनिया के शीर्ष-150 सर्वाधिक मूल्यवान ब्रांडों में शुमार होने में मदद मिली है।
इन्फोसिस के मुख्य कार्याधिकारी सलिल पारेख ने कहा, ‘ग्राहक को लगातार प्राथमिकता देना, सेवा उपलब्ध कराने में उत्कृष्टता और उद्देश्य को लेकर प्रतिबद्धता इन्फोसिस के लिए दूसरों से अलग विशेषताएं हैं, जो डिजिटल बदलाव के लिए उद्योग के पसंदीदा भागीदारों में शामिल करने के लिए उसे मजबूत स्थिति में लाती हैं।’
उन्होंने कहा, ‘कर्मचारी देखभाल एवं विकास में प्रमुख निवेश के साथ साथ पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक प्राथमिकताओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता से इन्फोसिस को मजबूत व्यावसायिक एवं मूल्यवान ब्रांड के तौर पर अपनी बाजार हैसियत बरकरार रखने में मदद मिली है।’
एचसीएल टेक का ब्रांड मूल्य 7 प्रतिशत तक बढ़ा
एचसीएल टेक का ब्रांड मूल्य 7 प्रतिशत तक बढ़ा, क्योंकि वह 8वें सर्वाधिक मूल्यवान ब्रांड के तौर पर अपनी स्थिति बनाए रखने में कामयाब रही है। एचसीएल टेक का ब्रांड मूल्यांकन टॉप-10 आईटी सर्विसेज श्रेणी में शामिल भारत की चार प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों में सर्वाधिक तेजी से बढ़ा।
टेक महिंद्रा ऐसी अन्य कंपनी थी जिसे रैंकिंग में 15वें पायदान से चढ़कर 11 पर पहुंचने में मदद मिली। कंपनी का ब्रांड मूल्यांकन महामारी की शुरुआत होने के बाद से करीब 66 प्रतिशत तक बढ़ा है। सालाना आधार पर, टेक महिंद्रा का ब्रांड मूल्य 15 प्रतिशत तक बढ़कर 3.5 अरब डॉलर हो गया।
वहीं ब्रांड मूल्यांकन में गिरावट करने वाले दो ब्रांड थे कॉग्निजेंट और विप्रो। नैस्डैक में सूचीबद्ध कॉग्निजेंट 8.63 अरब डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ पांचवें पायदान से फिसलकर सातवें स्थान पर आ गई। वहीं विप्रो भी इस रैंकिंग में पिछले साल के सातवें स्थान से फिसलकर नौवें पर आ गई है।