Turmeric Price: हल्दी की कीमतों में नरमी देखने को मिल रही है। बीते कुछ दिनों से इसकी कीमतों में तेज गिरावट देखी जा रही है। आज ही इसके वायदा भाव 6 फीसदी तक गिर गए। जानकारों के मुताबिक हल्दी के भाव गिरने की वजह बोआई बढ़ने के साथ इसकी निर्यात मांग सुस्त पड़ना है। हालांकि आगे त्योहारी मांग निकलने और निचले भाव पर खरीद बढ़ने से इसके भाव सुधर सकते हैं।
कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) पर हल्दी के अक्टूबर अनुबंध में आज 6 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई। सप्ताह भर पहले यह अनुबंध 15,168 रुपये के भाव पर बंद हुआ था, जो आज खबर लिखे जाने के समय 12,800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस तरह सप्ताह भर में हल्दी के वायदा भाव 15 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं। हल्दी के वायदा भाव ने इस साल 24 मई को 21,364 रुपये के भाव पर इस साल का उच्च स्तर छुआ था। इस उच्च स्तर से अब तक हल्दी के वायदा भाव में करीब 40 फीसदी गिरावट आ चुकी है।
कमोडिटी विश्लेषक और एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज लिमिटेड में सीनियर एसोसिएट्स (रिसर्च) रविशंकर पांडेय ने बताया कि इस साल बीते महीनों में हल्दी की कीमतों में 60 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिला है। इसलिए हल्दी उत्पादक इस साल इसकी बोआई अधिक कर रहे हैं। इस साल हल्दी का रकबा बढ़कर 11.30 से 11.50 लाख हेक्टेयर के बीच रह सकता है। पिछले साल यह आंकड़ा 10.70 लाख हेक्टेयर था। रकबा बढ़ने के कारण हल्दी की कीमतों में गिरावट का माहौल बना है।
निजामाबाद मंडी के हल्दी कारोबारी पूनम चंद गुप्ता कहते हैं कि बीते 15-20 दिन से बांग्लादेश को वहां पैदा हुए संकट के कारण हल्दी का निर्यात प्रभावित हो रहा है। घरेलू मांग भी इस समय सुस्त ही है। इससे हल्दी के भाव गिर रहे हैं। पांडेय ने भी कहा कि बांग्लादेश में अनिश्चितता के माहौल में भुगतान की समस्या होने के अंदेशे में फिलहाल लोग हल्दी का निर्यात करने में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं। इससे भी हल्दी की कीमतों में गिरावट को बल मिला है।
जानकारों के अनुसार आने वाले दिनों में हल्दी के भाव सुधरने की संभावना है। पांडेय ने कहा कि हल्दी के वायदा भाव काफी गिर चुके हैं। साथ ही अगले महीने से त्योहारी मांग जोर पकड़ सकती है। ऐसे में अब हल्दी की कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। ज्यादा से ज्यादा हल्दी के वायदा भाव एक बार 12,500 रुपये तक नीचे आ सकते हैं। लेकिन इस स्तर के बाद इसके भाव सुधर सकते हैं।
कमोडिटी विश्लेषक इंद्रजीत पॉल ने कहा कि निचले भाव पर खरीद बढ़ने पर हल्दी की कीमतों में तेजी आ सकती है। गुप्ता भी आगे हल्दी के भाव सुधरने की बात मानते हैं।