किसान ज्यादा दाम लेने के लिए मंडियों में गेहूं कम ला रहे हैं। बीते दो सप्ताह के दौरान गेहूं की आवक में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जिससे गेहूं के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। इस साल गेहूं की सरकारी खरीद बढ़ने से भी मंडियों में आवक कमजोर है।
जानकारों का कहना है कि सरकार भले ही गेहूं की ज्यादा पैदावार का दावा करे, लेकिन असमय बारिश से इसकी पैदावार कम है। इससे आगे गेहूं और महंगा हो सकता है।
बीते 15 दिन में आवक 38 फीसदी घटी
जिंस विश्लेषक और एग्रीटेक कंपनी green agrevolution pvt ltd में रिसर्च हेड इंद्रजीत पॉल ने बताया कि इस महीने 15 मई तक मंडियों में करीब 26 लाख टन गेहूं की आवक हुई थी। गेहूं के भाव बढ़ते देख किसानों ने मंडियों में गेहूं लाना कम कर दिया। 15 से 30 मई के बीच मंडियों में करीब 16 लाख टन ही गेहूं आया। जो पहले के 15 दिन की आवक की तुलना में 38 फीसदी कम है। गेहूं कारोबारी बिजेंद्र कुमार ने बताया कि इन दिनों मंडी में 2,500 बोरी गेहूं की आवक हो रही है, 15 दिन पहले 5,000 बोरी से अधिक गेहूं की आवक हो रही थी।
उत्तर प्रदेश की हरदोई मंडी के गेहूं कारोबारी और फ्लोर मिल मालिक संजीव अग्रवाल ने बताया कि आमतौर पर मिल में 50 हजार क्विंटल से ज्यादा गेहूं का स्टॉक रखते हैं, लेकिन इस बार 20 हजार क्विंटल का स्टॉक भी नहीं हो पाया है क्योंकि किसान मंडियों में गेहूं कम ला रहे हैं।
दो सप्ताह में 8 फीसदी महंगा हुआ गेहूं
आवक घटने से गेहूं के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। पॉल ने कहा कि दिल्ली में 15 मई को गेहूं की 2,330 रुपये थी, जो अब बढ़कर 2,520 रुपये क्विंटल हो गई है। अग्रवाल के मुताबिक दो सप्ताह में हरदोई मंडी में गेहूं के भाव 150 रुपये बढ़कर 2,360 रुपये क्विंटल हो चुके हैं।
आगे और महंगा हो सकता है गेहूं
गेहूं की कीमतों में तेजी फिलहाल थमने की संभावना कम है। पॉल कहते हैं कि अगले महीने दिल्ली की मंडियों में गेहूं के भाव 2,600 रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर जा सकते हैं। गेहूं की कीमतों में तेजी तभी थम सकती है, जब सरकार खुले बाजार में गेहूं की बिक्री करे।
अग्रवाल ने बताया कि हरदोई मंडी में भाव बढ़कर 2,450 से 2,500 रुपये क्विंटल तक जा सकते हैं क्योंकि सरकार के दावे उलट गेहूं की पैदावार कम है। किसान भी पिछले साल की तरह गेहूं महंगा होने की उम्मीद में इसे बेचने से परहेज कर रहे हैं। वे जरूरत भर का गेहूं मंडियों और सरकार खरीद केंद्रों पर बेच चुके हैं।